निगम को 2300 किमी रोड सुधार के लिए चाहिए 400 करोड़ की राशि
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शहर की सड़कों का हाल बेहाल है। महज 27 दिन की बारिश में ही शहर की सभी सड़कों पर इतने गड्ढे हो गए हैं कि इन पर वाहन चलाने लायक नहीं बची है। स्थिति ऐसी है कि शहर की सड़कों पर आए दिन कोई न कोई वाहन पलटता है। दोपहिया वाहन चालक को आए दिन घायल हो रहे हैं। सड़कों की स्थिति खराब होने का मुख्य कारण वाटर ड्रेनेज सिस्टम (नाले और नालियां) न होना है।
इस बार तेज बारिश से सड़कों पर एक फीट से लेकर कहीं-कहीं 3 से 5 फीट तक गड्ढे हो गए हैं। नगरीय क्षेत्र के 66 वार्डों में निगम की मुख्य सड़कें 2300 किलोमीटर और लोक निर्माण विभाग की 175 किलोमीटर की सड़कें हैं। सभी दुर्दशा का शिकार हैं। ड्रेनेज सिस्टम से खराब हुई इन सड़कों को सुधराने के लिए नगर निगम अब जनता के 400 करोड़ खर्च करने की तैयारी में है।
इसके लिए कार्यपालन यंत्री एपीएस जादौन और सुशील कटारे एस्टीमेट बनाने में लग गए है। खराब सड़कों को ठीक कराने की जिम्मेदारी इन दोनों कार्यपालन यात्रियों को दी है। प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट जब ग्वालियर दौरे पर आए थे तब उन्होंने नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव से सड़क सुधार के लिए 50 करोड़ रुपए की राशि मांगी थी। जिला प्रशासन को पिछले दिनों 3 करोड़ की राशि मिल चुकी है।
कसावट में कमी, गारंटी पीरियड की रोड नहीं हुई सही
निगम अब गारंटी पीरियड पर रोड बनवा रहा है। ये सड़कें खराब हो जाती हैं तो इनकों सुधारने की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है, लेकिन ठेकेदार तब तक सुधार नहीं कराते जब तक आयुक्त कसावट नहीं करते। अभी तक आयुक्त ने ठेकेदार को सड़कों को ठीक कराने के लिए नहीं कहा है, इसलिए गारंटी पीरियड की रोड भी सही नहीं हो रही है।
गड्ढों की पेच रिपेयरिंग-बारिश में बही मुरम, पत्थर से बिगड़ रहा है बैलेंस
- चेतकपुरी रोड: यहां महल गेट के किनारे पानी की निकासी नहीं है। जल भराव होने से रोड खराब हो गई। यह रोड बसंत विहार, विजया नगर को जोड़ती है। उस पर जगह-जगह जलभराव से गड्ढे हो गए हैं। ।
- न्यू हाईकोर्ट रोड:यहां बारिश का इतना पानी भरा है कि दो पहिया वाहन निकलते ही बंद हो जाता है।
- मानिक विलास काॅलोनी: नए आरओवी के नीचे एक ई-रिक्शा गड्ढे में पलटने से सवारी घायल हो गईं।
- हरीशंकरपुरम: यहां ग्लोरी स्कूल की तरफ जाने वाली सड़क में कई जगह गड्ढे ही गड्ढे हो चुके है।
ट्रांसपोर्ट नगर: यहां हर 100 मीटर पर 50 से अधिक छोटे-बड़े गड्ढे हैं। गड्ढे के कारण रोज वाहन पलटते हैं।
बारिश भर गड्ढों में करना होगा सफर, दोनों मिक्सर प्लांट बंद, 66 वार्ड के लिए सिर्फ एक रोड रोलर
- मिक्सर प्लांट:सड़कों की पेच रिपेयरिंग के लिए निगम के पास 2 मिक्सर प्लांट है। एक रामदास घाटी और दूसरा बहोड़ापुर के जोन कार्यालय में है। अभी दोनों बंद हैं। ये बारिश के बाद शुरू होंगे, तब पेच रिपेयिरिंग होगी। ।
- संसाधन:2 पोट होल मशीनें हैं। जब सड़क की नमी खत्म होगी तब इनसे डामर की रोड की पेच रिपेयरिंग होगी। 66 वार्ड के लिए निगम के पास एक रोड रोलर है। पुराने होने के कारण आए दिन खराब हो जाता है।