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Public Opinion: रात में 5 से 6 घंटे तक लाइट नहीं रहती है और अंधेरे में खंभे दिखाई नहीं देते. इस वजह से बाइक और कार सवार सीधे उनसे टकरा जाते हैं. वहीं इस पूरी रोड पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर दोहरा रवैया अपनाया ग…और पढ़ें
लोकल 18 से बात करते हुए स्थानीय निवासी डॉ सुशील द्विवेदी ने कहा कि एयरपोर्ट के पास लगे खंभे न केवल अव्यवस्थित हैं बल्कि रोजाना दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि स्मार्ट सिटी के अंतर्गत बनने वाले इस क्षेत्र में न नाली हैं, न लाइट व्यवस्था दुरुस्त है और न ही सड़क का लेआउट सही ढंग से तैयार किया गया है. रात में 5 से 6 घंटे तक लाइट गुल रहती है और अंधेरे में खंभे दिखाई नहीं देते, जिससे बाइक और कार सवार सीधे उनसे टकरा जाते हैं. वहीं इस पूरी रोड पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में दोहरा रवैया अपनाया गया. गरीबों के बनाए गए मकान तो ढहा दिए गए लेकिन प्रभावशाली लोगों के अतिक्रमण वाले घरों को छोड़कर उनके चारों ओर ही सड़क बना दी गई.
अब सवाल यह उठता है कि क्या सतना में स्मार्ट सिटी की परिकल्पना केवल फाइलों तक ही सीमित रह जाएगी. क्या प्रशासन सड़क को वाकई सड़क बना पाएगा या यह यूं ही बाधा-पथ बना रहेगा.