हर वक्त दुर्घटना की आशंका में रहते हैं अभिभावक।
शिवपुरी के खनियाधाना जनपद पंचायत की बुकर्रा ग्राम पंचायत का मजरा वागपुरा गांव आज भी विकास से कोसों दूर है। गांव में न पक्का रास्ता है, न बिजली। ग्रामीणों को रोज तीन फीट गहरे तालाब नुमा पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इसी खतरनाक रास्ते से बच्चे भी स्कूल
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पहले गांव से बाहर जाने का रास्ता खेतों से होकर था, लेकिन वह भी अब बंद है। बीमार पड़ने पर मरीजों को खटिया पर ले जाना पड़ता है। संकरे रास्ते पर बारिश में हादसे का खतरा और बढ़ जाता है। बारिश के दिनों में रास्ता पूरी तरह डूब जाता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। अभिभावक हर वक्त दुर्घटना की आशंका में रहते हैं।
ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन, लेकिन बिजली नहीं इतना ही नहीं, गांव के ऊपर से हाई टेंशन लाइन गुजरती है, लेकिन बिजली की सुविधा नहीं है। अंधेरे में सांप-बिच्छुओं का खतरा रहता है। बच्चे रात में पढ़ाई नहीं कर पाते। आधुनिक सुविधाओं से वंचित ग्रामीणों को हर छोटे काम के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती है।
बीमार पड़ने पर मरीजों को खटिया पर ले जाना पड़ता है।