इस समारोह की शुरुआत कुछ देरी से हुई. कार्यक्रम अपने तय समय से लगभग तीन घंटे बाद शुरू हुआ. महापौर पुष्यमित्र भार्गव, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, एमआईसी सदस्य, विधायकगण और अन्य गणमान्य अतिथि खुले जीप में सवार होकर एयरपोर्ट से रवाना हुए. पूरे रास्ते में इनका भव्य स्वागत किया गया – कहीं फूल बरसाए गए, तो कहीं मालाओं से लाद दिया गया. स्वागत के इस सिलसिले ने एक रैली का रूप ले लिया जो धीरे-धीरे राजवाड़ा पहुंची, जहां पहले से सैकड़ों सफाई कर्मचारी और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे.
समारोह में निगमायुक्त शिवम वर्मा, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक महेंद्र हार्डिया, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे और सांसद शंकर लालवानी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे. सभी ने इंदौर की स्वच्छता यात्रा को एक उदाहरण बताया और इसे नागरिकों, प्रशासन और सफाईकर्मियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम कहा.
इस वर्ष का स्वच्छता सर्वेक्षण विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण था. “स्वच्छता सुपर लीग” कैटेगरी के आने से प्रतिस्पर्धा और कड़ी हो गई थी. फिर भी, इंदौर ने न केवल अपना दबदबा बनाए रखा, बल्कि पूरे देश में स्वच्छता का सिरमौर बनकर उभरा. शहर के नागरिकों, सफाईकर्मियों और प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय ने यह संभव किया और एक बार फिर इंदौर को गौरव दिलाया.इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरा इंदौर गर्वित है और स्वच्छता के इस अभियान को और मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार भी.