इंदौर के एरोड्रम इलाके में रहने वाले एक रेडीमेड व्यापारी ने शुक्रवार देर शाम जिला अस्पताल के बाहर जहर खा लिया। उसने अपनी मौत से पहले एक वीडियो बनाया, जिसमें व्यापार में लिए गए रुपयों को लेकर कुछ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। व्यापारी समय पर
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चंदन नगर पुलिस के मुताबिक, एमवाय अस्पताल से शुक्रवार शाम सूचना मिली थी कि महेन्द्र पुत्र कांतिलाल यादव, निवासी पल्हर नगर को जहर खाने के बाद जिला अस्पताल लाया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी में भिजवा दिया है।
महेन्द्र के भाई जितेन्द्र ने बताया कि महेन्द्र एक्टिवा से जिला अस्पताल पहुंचा था। इसके बाद उसने जहर खाकर अस्पताल के अंदर प्रवेश किया। वहां डॉक्टर्स को उसने बताया कि उसने जहर खा लिया है। उपचार के दौरान हालत बिगड़ने पर उसे एमवाय अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई।
व्यापारी अपनी मौत से पहले एक वीडियो बनाया, जिसमें कुछ लोगों पर परेशान करने का आरोप लगाया है।
भाई बोला- महेन्द्र को लगातार धमकियां मिल रही थीं
जितेन्द्र के मुताबिक, महेन्द्र रेडीमेड का काम करता था। करीब 8 माह पहले उसने हेमंत वर्मा, आलोक जैन, जीतू चावला, उसकी गर्लफ्रेंड पूनम, अरविंद परमार और कमल नाम के व्यक्ति से रुपए उधार लिए थे। वह समय पर पैसे चुका भी रहा था, लेकिन सभी व्यापारी उससे भारी ब्याज वसूल रहे थे। इसी कारण वह कर्ज नहीं चुका पा रहा था और उसे लगातार धमकियां भी मिल रही थीं।
महेन्द्र ने आत्महत्या से पहले बनाए गए एक वीडियो में सभी के नाम लिए हैं। यह वीडियो पुलिस ने जांच के लिए जब्त कर लिया है। भाई जितेन्द्र ने बताया कि, शुक्रवार सुबह महेन्द्र ने अपनी पत्नी और बच्चों को श्रीकृष्ण मार्केट से आने को कहकर घर से निकला था। इसके बाद वह दिनभर घूमता रहा, लेकिन घर नहीं लौटा। शाम को अस्पताल से उसकी मौत की जानकारी मिली। भाई जितेन्द्र ने मामले में सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।