‘कोई एहसान नहीं किया, बीजेपी की मजबूरी थी’, टिकट मुद्दे पर उमा भारती का बड़ा हमला

‘कोई एहसान नहीं किया, बीजेपी की मजबूरी थी’, टिकट मुद्दे पर उमा भारती का बड़ा हमला


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Uma Bharti News : भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने अपने भतीजे राहुल लोधी को टिकट देने के मुद्दे पर पार्टी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यह कोई एहसान नहीं, बल्कि राजनीतिक मजबूरी थी. अपने पर…और पढ़ें

एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती फिर चर्चा में हैं.

हाइलाइट्स

  • उमा भारती का बयान, टिकट देने को बताया पार्टी की मजबूरी
  • परिवार को झूठे मामलों का सामना करना पड़ा : उमा भारती
  • जब मैं राजनीति से दूर थी, मेरा परिवार संघ से जुड़ा था: उमा 
भोपाल. भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपने भतीजे राहुल लोधी को टिकट दिए जाने को लेकर पार्टी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राहुल को टिकट देना कोई एहसान नहीं, बल्कि पार्टी की मजबूरी थी, वरना बुंदेलखंड में बीजेपी को नुकसान हो सकता था. यह बयान उन्होंने ट्विटर और प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया, जिसके बाद भाजपा की आंतरिक राजनीति एक बार फिर चर्चा में आ गई है. उमा ने अपने ट्वीट्स में अपने परिवार के संघर्षों और बलिदानों को याद किया. उन्होंने कहा कि उनके भाइयों पर झूठे लूट-डकैती के आरोप लगे, यहां तक कि हत्या के केस भी हुए, लेकिन कोर्ट ने हमेशा उन्हें निर्दोष पाया. “मेरे परिवार ने मेरी राजनीति की बहुत कीमत चुकाई है,” उमा ने कहा. उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया जाता, तो उनके भाई और भतीजे बहुत पहले ही विधायक या सांसद बन सकते थे.

दरअसल, राहुल लोधी 2018 में खरगापुर से विधायक बने थे, लेकिन 2022 में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने उनके निर्वाचन को रद्द कर दिया था. बावजूद इसके, उमा भारती ने कहा कि उनका परिवार जनसंघ के समय से पार्टी से जुड़ा रहा है, और संघ से गहरा नाता रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उमा ने साफ कहा कि “मोदी और अमित शाह मुझसे खफा हैं” यह सिर्फ दुष्प्रचार है. उन्होंने बताया कि उनकी अमित शाह से बात हो चुकी है और वह पार्टी के साथ पूरी तरह हैं. उन्होंने खुद को पार्टी से अलग करने की किसी भी बात को बेबुनियाद बताया.

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ब्यूरोक्रेसी में भी अब सुचिता लाई जानी चाहिए
उन्होंने कहा कि राम मंदिर बन गया, अब गंगा और गौ की अदालत लगनी चाहिए. गौपालन और गंगा संरक्षण पर उनका फोकस रहेगा. मोदी और मोहन सरकार की तारीफ करते हुए उमा ने उन्हें सलाह भी दी कि ब्यूरोक्रेसी में भी अब सुचिता लाई जानी चाहिए. उन्होंने मोहन यादव को शराबबंदी और गोपालन पर गंभीरता से काम करने की सलाह दी.

मोहन सरकार को सलाह: शराबबंदी और ब्यूरोक्रेसी पर करें ठोस काम
मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उमा ने कहा कि दोनों नेतृत्व अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन उन्होंने चेताया कि मध्य प्रदेश में ब्यूरोक्रेसी में सुचिता लाना जरूरी है। साथ ही उन्होंने मोहन सरकार को गोपालन और शराबबंदी पर प्रभावी नीति अपनाने की सलाह दी।

Sumit verma

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें

सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्‍थानों में सजग जिम्‍मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें

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