जिले के जुझारपुर हल्का नंबर 40 के पटवारी प्रमोद सिहारे को कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन पर नामांतरण और सीमांकन जैसे कामों के एवज में पैसे मांगने का आरोप है। यही नहीं, एक ऑडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें कथित तौर पर
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शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच कराई, जिसमें कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं। सिहारे ना तो पटवारी मुख्यालय में निवास कर रहे थे, ना ही समय पर राजस्व वसूली का काम कर रहे थे। इतना ही नहीं, ‘साइबर 2.0’ पोर्टल पर लंबित प्रकरणों में समय पर जवाब भी नहीं दिया गया। यह वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की सीधी अनदेखी मानी गई।
कलेक्टर वानखड़े ने इसे शासकीय कार्यों में लापरवाही और पद का दुरुपयोग मानते हुए, मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों के तहत कार्रवाई की। निलंबन की अवधि में प्रमोद सिहारे का मुख्यालय सेवढ़ा तहसील रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।