Ground Report: प्राइवेट को पीछे छोड़ गई ये सरकारी लाइब्रेरी! 200 रुपये में 15,000 किताबें और अनलिमिटेड इंटरनेट

Ground Report: प्राइवेट को पीछे छोड़ गई ये सरकारी लाइब्रेरी! 200 रुपये में 15,000 किताबें और अनलिमिटेड इंटरनेट


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Ground Report: जबलपुर की गांधी डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो छात्रों को मात्र ₹200 में 15,000 किताबें, अनलिमिटेड इंटरनेट और मॉक टेस्ट की सुविधा देती है. यह सरकारी लाइब्रेरी अब प्राइव…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • गांधी डिजिटल लाइब्रेरी की खासियत
  • लाइब्रेरी बदल रही पढ़ाई का तरीका
  • प्राइवेट को पीछे छोड़ गई लाइब्रेरी
जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर की डिजिटल लाइब्रेरी अब प्राइवेट लाइब्रेरी को टक्कर दे रही है. यह लाइब्रेरी स्टूडेंट्स की पहली पसंद बन चुकी है, जहां स्टूडेंट प्राइवेट लाइब्रेरी को छोड़ इस सरकारी लाइब्रेरी में आना पसंद कर रहे हैं. बता दें कि यहां स्टूडेंट्स 200 रुपए खर्च कर महीने भर 15 हजार किताबें और अनलिमिटेड इंटरनेट सहित प्रतियोगी परीक्षाओं के मॉक टेस्ट सॉल्व करते हैं.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं नगर निगम जबलपुर और स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित गांधी लाइब्रेरी की. डिजिटल लाइब्रेरी में 102 कंप्यूटर स्टूडेंट्स के लिए लगाए गए हैं. इसके साथ ही लैंग्वेज लैब और करीब 15 हजार ऑनलाइन पुस्तकें भी हैं. जिसे स्टूडेंट सिंगल क्लिक से ही आसानी से पढ़ सकते हैं. इसके अलावा स्टूडेंट्स को कंप्यूटर में अनलिमिटेड नेट चलाने की भी सुविधा दी गई है. जहां स्टूडेंट मॉक टेस्ट भी सॉल्व करते हैं.

डिजिटल लाइब्रेरी में दो अलग-अलग सेक्शन
जबलपुर की यह सरकारी डिजिटल लाइब्रेरी का संचालन कैसे होता है, इसको लेकर लोकल 18 की टीम डिजिटल लाइब्रेरी में पहुंची. जहां लाइब्रेरी का नजारा अद्भुत था. दो अलग-अलग सेक्शन थे, पहला ऑफलाइन लाइब्रेरी और दूसरा डिजिटल लाइब्रेरी. डिजिटल लाइब्रेरी में 102 कंप्यूटर लगाए गए थे. जिन्हें दो अलग-अलग क्षेत्र में बांटा गया था. एक क्षेत्र में बॉयज और दूसरे क्षेत्र में गर्ल्स लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रही थी.

स्टूडेंट बोले, पहले घर में पढ़ा करते थे 
स्टूडेंट अंकित चौधरी ने बताया पहले घर में पढ़ाई करता था. जैसे ही मालूम हुआ, तब से डिजिटल लाइब्रेरी में आकर पढ़ाई करता हूं. यहां ऑनलाइन क्लास भी लेता हूं. एसएससी एग्जाम की तैयारी कर रहा हूं. सिस्टम में बकायदा मॉक टेस्ट भी हो जाते हैं, ढेर सारी किताबे भी पढ़ लेते हैं. जबलपुर की यह सरकारी लाइब्रेरी, प्राइवेट लाइब्रेरी से कई गुना अच्छी है. जिसे हर जिले में होना चाहिए.

इस तरह आप भी लाइब्रेरी में पढ़ सकते हैं …
लाइब्रेरी के प्रभारी सतीश चौरसिया और अरुण ने बताया जबलपुर की गांधी लाइब्रेरी में आने के लिए पहले मेंबरशिप लेनी होती है. जिसके लिए दो ऑप्शन होते है पहला डिजिटल लाइब्रेरी और दूसरा ऑफलाइन लाइब्रेरी. डिजिटल लाइब्रेरी में प्रत्येक महीने स्टूडेंट्स को 200 रूपए देने होते हैं. जबकि बीपीएल कार्ड धारकों के लिए सिर्फ 100 रुपए लगते हैं. जहां 2 शिफ्ट में डिजिटल लाइब्रेरी का संचालन होता है. पहली शिफ्ट सुबह 10 से लेकर दोपहर 2 बजे तक और दूसरी शिफ्ट 2 बजे बजे से लेकर 6 बजे तक की होती है. इसके अलावा ऑफलाइन लाइब्रेरी है, जिसमें स्टूडेंट्स को साल भर के मात्र 210 रुपए देना होते है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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