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Agriculture News: बुंदेलखंड क्षेत्र में लगातार दलहन फसलें लगाने से उखटा रोग फैल रहा है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि मूंग-उड़द के बाद चना-मटर नहीं लगाना चाहिए.
हाइलाइट्स
- फसल उत्पादन घटा रहा
- बार-बार मूंग-उड़द न लगाएं
- तिलहन या सब्जी लगाकर फसल चक्र अपनाएं
छतरपुर जिले के नौगांव स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर कमलेश अहिरवार बताते हैं कि चाहे तिल हो, मूंग-उड़द हो या सोयाबीन हो. इन सभी फसलों की बुवाई करने से पहले किसान भाइयों को कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए.
डॉ कमलेश बताते हैं कि जिस खेत में किसान लगातार दलहन फसलों की बोवनी करते हैं. उस खेत में उखटा(उगरा) देखने को मिलता है. दलहनी फसलें ही उखटा का मुख्य भोजन होती हैं. उखटा जो एक बीमारी है.
खेत में बार-बार दलहनी फसलें न लगाएं
डॉक्टर कमलेश बताते हैं कि मेरा किसान भाइयों से अनुरोध है कि वह अपने खेतों में अभी या बरसात में उड़द-मूंग लगाते हैं तो ठंड में चना और मटर की फसल न लगाएं. अगर किसान भाइयों ने अभी अपने खेत में दलहन की फसल लगाई है तो ठंड के रबी सीजन में उस खेत में अनाज या तिलहन या सब्जी वाली फसलें लगानी चाहिए.
फसल चक्र अपनाना चाहिए
डॉ कमलेश बताते हैं कि किसान भाइयों को अपने खेत में फसल चक्र अपनाना चाहिए. उन्हे अपने खेतों में फसलों का हेर-फेर करते रहना चाहिए. जिससे खेतों की मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बनी रहेगी और उत्पादन भी बढ़ेगा.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें
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