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Burhanpur 5 Star Hotel: बुरहानपुर में मौजूद एक ऐतिहासिक होटल जिसकी बनावट ऐसी है कि कमरे के अंदर और बाहर के तापमान में 5 डिग्री का अंतर रहता है. जानिए कैसे यह पुराना 5 सितारा होटल आज भी पर्यटकों को चौंका देता है…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- बुरहानपुर का ऐतिहासिक होटल प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता है.
- होटल की मोटी दीवारें और दोहरी छतें सूरज की गर्मी रोकती हैं.
- अब्दुल रहीम खान-ए-खाना ने इस होटल का निर्माण करवाया था.
मोहन ढाकले/ बुरहानपुर: आपने आधुनिक एयर कंडीशनर तो देखे होंगे, लेकिन क्या आपने किसी ऐसे पुराने होटल के बारे में सुना है जो बिना किसी तकनीक के प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता हो? बुरहानपुर के अंडा बाजार क्षेत्र में स्थित एक ऐसा ही ऐतिहासिक 5-सितारा होटल है, जिसकी बनावट आज भी सबको हैरान कर देती है.
इस होटल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके अंदर और बाहर के तापमान में हमेशा लगभग 5 डिग्री का अंतर बना रहता है. यानी बाहर की गर्मी भले ही कितनी भी हो, होटल के कमरों में घुसते ही ठंडक महसूस होती है.
इतिहासकारों की जुबानी:
स्थानीय इतिहासकार मोहम्मद मर्चेंट बताते हैं कि यह होटल मुगलों के समय का है, जहां राजा-महाराजा और विदेशी राजदूत ठहरते थे. इसकी दीवारें बेहद मोटी हैं और छतें दोहरी संरचना वाली हैं. यही वजह है कि सूरज की गर्मी सीधे भीतर तक नहीं पहुंचती और कमरे प्राकृतिक रूप से ठंडे रहते हैं.
किसने कराया निर्माण?
इतिहासकार डॉ. वैद्य सुभाष माने के अनुसार, इस पांच सितारा होटल का निर्माण अब्दुल रहीम खान-ए-खाना ने करवाया था. इसमें ईंट और चूने के मसाले से मोटी दीवारें और मजबूत छतें बनाई गई हैं. चारों ओर घने पेड़-पौधे लगे हैं, जिससे धूप भी कम ही अंदर पहुंच पाती है.
आज भी मौजूद है ठंडक
भले ही यह होटल अब आम प्रयोग में नहीं है, लेकिन इसकी बनावट और प्राकृतिक वातानुकूलन प्रणाली (Natural Air Conditioning) आज भी लोगों को आकर्षित करती है. स्थानीय लोग इसे ‘पुराना पांच सितारा होटल’ कहकर पहचानते हैं और यहां आने वाले पर्यटक भी इसके रहस्य को देखकर हैरान रह जाते हैं.