एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी रीवा के TRS कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए।
भारत दुनिया का इकलौता राष्ट्र है, जिसके नाम पर एक पूरा महासागर है, जिसे हिंद महासागर के नाम से जाना जाता है। दुनिया में कोई और राष्ट्र ऐसा नहीं। राष्ट्र को आगे बढ़ाना और उसकी प्रगति में सहभागी बनना हम सब की जिम्मेदारी है। आने वाले 22 साल भारत के लिए
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यह बात देश के नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कही। वे शनिवार को रीवा स्थित ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय (TRS कॉलेज) में ‘युवा अभिप्रेरणा कार्यक्रम’ में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने छात्रों को देश सेवा, अनुशासन और आत्मनिर्भरता जैसे मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में केवल कॉलेज के छात्रों को आमंत्रित किया गया था। एक दिन पहले ही एसपीजी ने सुरक्षा का मोर्चा संभाल लिया था। वहीं जिला प्रशासन और पुलिस भी अलर्ट मोड में थी।
एडमिरल त्रिपाठी रीवा के TRS कॉलेज में ‘युवा अभिप्रेरणा कार्यक्रम’ में शामिल हुए।
विचारों में स्पष्टता होना जरूरी: त्रिपाठी उन्होंने कहा कि राष्ट्र की रक्षा केवल शस्त्रों या सीमाओं की निगरानी से नहीं होती। इसके लिए विचारों में स्पष्टता, उद्देश्य में दृढ़ता और अनुशासन में निरंतरता होना जरूरी है। आज का युवा ही कल का राष्ट्र निर्माता है, उसकी सोच और संकल्प ही देश की दिशा और दशा तय करते हैं।
रीवा सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र हैं त्रिपाठी रीवा स्थित सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र रहे एडमिरल त्रिपाठी के आगमन को लेकर शहर में गर्व और उत्साह का माहौल रहा। कॉलेज प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रभक्ति और नेतृत्व की भावना को प्रोत्साहित करना था।
एडमिरल त्रिपाठी के वक्तव्य और संवाद ने छात्रों में नई ऊर्जा और जोश का संचार किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को आगे बढ़ाना हम सबकी जिम्मेदारी है और युवा पीढ़ी को इसका नेतृत्व करना होगा।