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Jabalpur News: जबलपुर के 25 वर्षीय कमलेश झारिया ने बाबा महाकाल के दर्शन का संकल्प लिया और अकेले ही 500 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पर निकल पड़े.
हाइलाइट्स
- अकेले 500 KM पैदल उज्जैन निकल पड़ा ये भक्त
- 25 वर्षीय कमलेश झारिया की कहानी
- भावनात्मक सफर श्रद्धा और संकल्प
दरअसल 25 साल के कमलेश झारिया जबलपुर के बरगी इलाके के गोकलपुर गांव में रहते हैं. कमलेश ने बताया आज तक उज्जैन नहीं गए हैं. सावन सोमवार के ठीक 1 दिन पहले रविवार को विचार आया और दूसरे दिन घर में बताकर जबलपुर के तिलवारा घाट पहुंचे और वहां से कावड़ उठाकर मां नर्मदा का जल लेकर उज्जैन के लिए निकल पड़े.
कमलेश ने बताया उज्जैन पहुंचने में 10 से 12 दिन लगेंगे. सुबह 4 बजे से चलना शुरू करते हैं और रात 9 बजे तक चलते हैं. वहीं इसके बाद विश्राम कर सुबह पुन: पैदल निकल पड़ते हैं. उन्होंने कहां जब तक बाबा महाकाल के दर्शन कर नर्मदा जल नहीं चढ़ाएंगे तब तक भोजन ग्रहण नहीं करेंगे. कमलेश सावन माह के पहले सोमवार को दोपहर में तिलवारा घाट से रवाना हुए थे. हालांकि उज्जैन जाने के लिए कमलेश ने दोस्तों से भी पूछा था, लेकिन दोस्त राजी नहीं हुई, जिसके बाद कमलेश अकेले ही निकल पड़े.
परिवार में सबसे छोटे, प्राइवेट नौकरी फिलहाल छूटी
कमलेश बताते हैं घर में सबसे छोटे हैं. ज्यादा पढ़ाई-लिखाई नहीं की, शुरू से ही महाकाल की भक्ति में लीन है. रोजगार के तौर पर जेसीबी चलाने का काम करते हैं, लेकिन बरसात आते ही काम ठप हो जाता है. उन्होंने बताया बाबा महाकाल की कृपा रही तब और अच्छा काम मिलेगा. लिहाजा कमलेश सड़क मार्ग से कंधे में कावड़ लेकर सड़क मार्ग से पैदल ही उज्जैन की ओर बढ़ते जा रहे हैं.
Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें
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