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Ayurvedic Upay for Glowing Skin: नाभि में रोज सिर्फ 2 बूंद तेल डालने से मिल सकते हैं अनेक फायदे. जानिए विशेषज्ञ की राय और यह आयुर्वेदिक तरीका कैसे आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है.
हाइलाइट्स
- नाभि में तेल डालने से त्वचा में निखार आता है.
- रात में सोने से पहले 2-3 बूंद तेल नाभि में डालें.
- नारियल, अरंडी, गाय का घी, महा माष तेल उपयोगी हैं.
खंडवा. जब छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लोग दवाइयों का सहारा ले रहे हैं, ऐसे समय में एक पुरानी आयुर्वेदिक तकनीक फिर से चर्चा में है नाभि में तेल डालना. खंडवा स्थित श्री हरिहर आयुर्वेद पंचकर्म सेंटर के विशेषज्ञ डॉ. शंकर प्रसाद वैश्य के मुताबिक, यह तकनीक हजारों वर्षों से चली आ रही है और आज भी बेहद प्रभावी है.
डॉ. वैश्य बताते हैं कि गर्भ में शिशु का पोषण नाभि से होता है. जन्म के बाद भी शरीर की कई नसें नाभि से जुड़ी रहती हैं. ऐसे में जब इसमें तेल डाला जाता है, तो वह पूरे शरीर पर असर डालता है. इसे ही नाभि चिकित्सा कहा जाता है.
नारियल तेल: ठंडक देने वाला, तनाव कम करता है और त्वचा में निखार लाता है.
गाय का घी: गैस, एसिडिटी और पाचन में मदद करता है.
महादेय या छीम तेल: बच्चों के लिए उपयोगी और बलवर्धक.
रात में सोने से पहले सिर्फ 2 से 3 बूंद शुद्ध तेल नाभि में डालें और पेट के चारों ओर हल्के हाथों से मालिश करें. इसके बाद 10 मिनट तक सीधे लेट जाएं ताकि तेल अच्छी तरह अवशोषित हो सके.
यह प्रक्रिया बच्चों को गैस, पेट दर्द, कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देती है, वहीं बड़ों के लिए यह तनाव, अनिद्रा और त्वचा संबंधी परेशानियों में भी उपयोगी मानी जाती है.
केवल शुद्ध और ठंडे प्रेस से निकला तेल ही उपयोग करें.
डॉ. वैश्य के अनुसार, नाभि में तेल डालना सिर्फ पारंपरिक उपाय नहीं बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी लाभकारी और सुरक्षित प्रक्रिया है जिसे आज की जीवनशैली में शामिल किया जा सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.