शौच के लिए स्कूल के पीछे गई छात्रा से रेप: स्कूल समेत अन्य शौचालय भी जर्जर, महिला शिक्षक प्रशासनिक दबाव में बोलीं- सब ठीक – Khandwa News

शौच के लिए स्कूल के पीछे गई छात्रा से रेप:  स्कूल समेत अन्य शौचालय भी जर्जर, महिला शिक्षक प्रशासनिक दबाव में बोलीं- सब ठीक – Khandwa News


खंडवा जिले के मांधाता थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर करीब 3 बजे 15 साल की एक छात्रा के साथ रेप हुआ। पीड़िता की दादी को पता चला तो अगले ही दिन उन्होंने 40 किमी दूर थाने में जाकर एफआईआर दर्ज कराई। कुछ ही घंटों में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया।

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दैनिक भास्कर की टीम शुक्रवार को खंडवा जिले में रेप पीड़िता के घर पहुंची। पीड़िता और उसके परिजन से बात की। साथ ही हम उस स्कूल भी गए, जहां रेप पीड़िता पढ़ती थी। वहां की महिला टीचर से बात की।

साथ ही हमने पीड़िता के गांव जाने से पहले खंडवा के 3 से 4 प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का हाल भी जाना। हम जितने भी स्कूल गए। सभी की हालत जर्जर थी। स्टूडेंट्स के टॉयलेट जाने की व्यवस्था नहीं थी, इसीलिए ज्यादातर छात्राएं भी स्कूल के आसपास खुले में शौच जाने को मजबूर दिखीं।

क्या आरोपी ने इस वारदात को अंजाम देने की साजिश पहले से रची थी या खुले में शौच की मजबूरी भी इसके पीछे एक बड़ी वजह है? इस रिपोर्ट में पढ़िए…

इस हाल में दिखे इलाके के स्कूलों के शौचालय।

दादी बोली- घटना वाले दिन से हमारी बच्ची डरी हुई है सबसे पहले हम पीड़िता के घर पहुंचे। कक्षा 8वीं में पढ़ने वाली 15 साल की पीड़िता अपने दादी और दादा के साथ रहती है। बचपन में ही मां की मौत हो गई थी। पिता शराबी है। दूसरी शादी कर अन्य गांव में रहने लगा है। उसे घर-परिवार से कोई मतलब नहीं है।

घर पहुंचने पर सबसे पहले हमारी बात पीड़िता की दादी से हुई। दादी ने अपनी पोती को बुलाया और कहा इसी के साथ रेप हुआ है। ये उसी दिन से डरी हुई है। न कुछ खा रही है, न ही पी रही है। ये पैर से हल्की दिव्यांग है। इसके साथ रेप करने वाले को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।

पीड़िता की दादी ने भास्कर रिपोर्टर के साथ अपना दु:ख साझा किया।

पीड़िता की दादी ने भास्कर रिपोर्टर के साथ अपना दु:ख साझा किया।

पीड़िता बोली- जबरन कपड़े उतारे, बोला इंदौर ले जाकर मारूंगा हमने पीड़िता से बात की। घटना का जिक्र करते वक्त उसकी आवाज कांप रही थी। उसने कहा, मैं सुबह स्कूल गई थी। 2 बजे लंच हुआ। मैं टॉयलेट के लिए स्कूल के पीछे गई और उसने मुझे उठा लिया। मेरा मुंह दबा कर नहर की तरफ ले गया।

जबरदस्ती मेरे कपड़े उतारे और मेरे साथ रेप किया। कपड़े उतारते वक्त जब मैंने उसका विरोध किया तो बोला तुझे गायब कर दूंगा। किसी को कुछ बताया तो इंदौर ले जाकर मार डालूंगा। मैं चीख रही थी लेकिन वो मुझे स्कूल से नहर किनारे इतना दूर ले गया था कि मेरी आवाज किसी को सुनाई नहीं दी।

मैं स्कूल के पीछे शौच करने इसलिए गई थी, क्योंकि स्कूल के शौचालय जर्जर हैं। एक अन्य शौचालय है वो थोड़ा ठीक है, लेकिन उसमें हमेशा ताला लगा रहता है। अभी पुलिस के पकड़ने के बाद पता चला है कि जिसने मेरे साथ ये किया है उसका नाम बंशी है और पड़ोस के किसी गांव में रहता है। मैंने पहले उसे कभी नहीं देखा, न ही उसे जानती हूं।

इलाके के कुछ स्कूलों में तो शौचालय में दरवाजा तक नहीं मिला।

इलाके के कुछ स्कूलों में तो शौचालय में दरवाजा तक नहीं मिला।

दादी बोली- दरिंदे को फांसी होनी चाहिए पीड़ित छात्रा की दादी ने कहा, मुझे घटना की जानकारी शाम 5 बजे लगी। जब उस दरिंदे ने मेरी पोती के साथ रेप करने के बाद उसे धमका कर छोड़ दिया था। वो लड़खड़ाते हुए वापस स्कूल की तरफ आ रही थी, तभी गांव के ही एक लड़के ने उसकी हालत देखी और स्कूल टीचर को बताया। इसके बाद वो मेरे पास आया और मुझे जानकारी दी। दादी ने कहा-

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मेरे पति मजदूरी करने दूसरे गांव जाते हैं। वो घर पर नहीं थे। हम गरीब लोग हैं। हमारे पास थाने तक जाने के लिए कोई साधन नहीं था। अगले दिन मेरे पति ने किसी तरह एक गाड़ी की व्यवस्था की।

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दादी के मुताबिक, हमने 40 किमी दूर थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस आधे बने घर में हम रह रहे हैं वो पीएम आवास में मिला है। हमारे पास रहने के लिए घर तक नहीं। हम सरकार से कुछ नहीं चाहते। बस उस दरिंदे को फांसी होनी चाहिए।

स्कूल के टॉयलेट में गेट-छत नहीं, सीट में मिट्टी भरी पीड़ित छात्रा के परिजनों से बात करने के बाद हम उस स्कूल पहुंचे जहां छात्रा पढ़ती है। खिड़की से देखने पर पता चला स्कूल में बच्चे बैठे हुए हैं। एक पुरुष और एक महिला शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं।

हम स्कूल के पास बने शौचालय की तरफ बढ़े। इसकी हालत बदतर थी। उसमें गेट नहीं दिखा। पूरी तरह जर्जर और टॉयलेट सीट में मिट्टी भरा नजर आया। ऊपर छत भी नहीं थी। हम इसका वीडियो बना ही रहे थे तभी स्कूल के एक शिक्षक बाहर आए और कहा कि स्कूल के प्रभारी पुलिस चौकी करौली गए हुए हैं। स्कूल में हम ही हैं बताइए। उन्होंने कहा- स्कूल में टॉयलेट है। पानी की भी व्यवस्था है, लेकिन यहां बच्चे गांव के हैं। उनको बाहर ही जाना पसंद है।

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वो बच्ची छुट्टी मांग कर स्कूल के पीछे टॉयलेट के लिए चली गई थी। बालक वाले टॉयलेट क्षतिग्रस्त हैं। बालिका मिडिल स्कूल में पढ़ती है, उसकी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त है। इसलिए माध्यमिक शाला के सभी विद्यार्थियों को प्राथमिक शाला में ही बैठाया जा रहा है।

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मामला सामने आने के बाद टॉयलेट साफ कराया हमने देखा कि जिस ‘ठीक’ टॉयलेट की बात टीचर कर रहे हैं वो माध्यमिक शाला की बिल्डिंग के बगल में है। मामला सामने आने के बाद वहां सफाई कराई गई है। एक बाल्टी में पानी भी भर कर रख दिया गया है।

दरअसल ये वही टॉयलेट है, जिसके बारे में छात्रा ने कहा कि इस पर हमेशा ताला लगा रहता है। इसी बीच हमारी नजर एक अन्य टॉयलेट पर पड़ी जो प्राथमिक शाला के पास ही है। टॉयलेट सीट में मिट्टी भरी थी, दरवाजा गायब था, पानी की सप्लाई भी नहीं थी और हालत जर्जर।

कुछ स्कूलों के शौचालय में नल लगा है, लेकिन पानी नहीं आता।

कुछ स्कूलों के शौचालय में नल लगा है, लेकिन पानी नहीं आता।

महिला शिक्षक बोलीं- मुझे टॉयलेट को लेकर दिक्कत नहीं स्कूल की महिला शिक्षक ने पहले कैमरे पर बात करने से मना किया। अन्य शिक्षक को बुलाया। तमाम कोशिशों के बाद उन्होंने हमसे बात की। उन्होंने कहा, बच्चे गांव के हैं। उन्हें बरसों से बाहर शौच करने की आदत है। हम समझाते भी हैं, लेकिन वो नहीं समझते। उन्होंने कहा-

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बालिकाओं के लिए मिडिल स्कूल में एक टॉयलेट है। मुझे टॉयलेट को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती है। उसमें ताला नहीं लगता रहता। जबकि गांव के कुछ अन्य छात्रों ने बताया कि टॉयलेट में ज्यादातर समय ताला लगा रहता है।

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इसके बाद हम खंडवा वापस आते समय अन्य गांवों के स्कूलों तक पहुंचे। उन स्कूलों के टॉयलेट के हालात भी बदतर ही दिखे।

इलाके के तीन अन्य स्कूलों की हालत भी जानिए…

मासलाय गांव: शौचालय पर ताला, पानी भी नहीं दोपहर 3.30 बजे हम मसलाय गांव के सरकारी स्कूल में पहुंचे। स्कूल रोड किनारे ही बना हुआ है। बच्चों के पढ़ने की आवाज बाहर तक आ रही है। स्कूल के पास ही शौचालय बना है। बालकों के लिए अलग और बालिकाओं के लिए अलग। पेशाब घर खुले दिखे, लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा था। वहीं स्कूल के शौचालय पर ताला लगा दिखा।

शौचालय के वीडियो बना ही रहे थे कि स्कूल के प्रधान प्रभारी रामपाल सिंह बाहर आए। उन्होंने कहा, स्कूल के पीछे से अगवा कर छात्रा से दुष्कर्म की जानकारी हमें लगी है। वहां के प्रधान पाठक ने पुलिस से शिकायत दर्ज की है। स्कूल के जो शौचालय जर्जर हैं वो गांव वालों ने ही किए हैं। उनको देखरेख करनी चाहिए। टीचर तो 4.30 के बाद घर चले जाते हैं।

कुछ स्कूलों के शौचालय में नल का कनेक्शन है लेकिन नल नहीं। अंदर गंदगी भरी है।

कुछ स्कूलों के शौचालय में नल का कनेक्शन है लेकिन नल नहीं। अंदर गंदगी भरी है।

प्रभारी बोले- गांव वाले यूज करने लगते हैं इसलिए बंद कराया हमारे स्कूल की बात तो ये है कि यहां वाटर लेवल कम है। ट्यूबवेल कम समय (5-10 मिनट) तक ही चलता है। इसीलिए शौचालयों में पानी की सप्लाई नहीं है। हम आखिर में बाल्टी से भरवाकर वहां पानी डलवा देते हैं।

शौचालय पर ताला क्यों लगा है? इसका जवाब देते हुए स्कूल प्रभारी ने कहा, अभी बच्चे केवल यूरिन के लिए जाते हैं। शौचालय जाने की अभी जरूरत नहीं पड़ती है, इसलिए ताला लगवा दिया है। अभी 3.30 बजे ताला डलवाया है। क्या है बच्चे भूल जाते हैं, फिर यहां गांव वाले इसे यूज करने लगते हैं इसलिए 3 बजे के बाद इसे बंद कर देते हैं।

आगे अपना दु:ख बताते हुए स्कूल प्रभारी रामपाल सिंह ने कहा कि प्राइमरी और मिडिल स्कूल में मेंटेनेंस के लिए कोई चौकीदार या स्वीपर नहीं होता। सभी काम प्रभारी को ही करने और कराने पड़ते हैं। इसके लिए अलग से कोई फंड भी नहीं है। स्कूल का 10 हजार रुपए साल भर का फंड आता है। उसी से स्कूल के तमाम खर्च उठाने पड़ते हैं।

करौली गांव: टॉयलेट गंदा, इसलिए बाहर जाने को मजबूर मासलाय गांव के स्कूल के बाद हम करौली गांव के मिडिल स्कूल पहुंचे। इसी स्कूल बिल्डिंग के अतिरिक्त कक्ष में पुलिस चौकी भी बनाई गई है। छुट्टी का वक्त है। स्कूल के सामने मैदान में छात्र और छात्राएं खेलते दिखे।

पूछने पर बताया कि हमारे शौचालय पुलिस चौकी के पीछे बने हुए हैं। शौचालय देखने पर किसी खंडहर से कम नहीं लगते। इनमें पानी की सप्लाई की भी कोई व्यवस्था नहीं दिखी। टॉयलेट सीट मिट्टी से पटी हुई है। हम टॉयलेट के पास खड़े ही थे कि स्कूल के कुछ बच्चे आए।

युवराज सोलंकी ने कहा, सर हमारी यही अपेक्षा है कि हमारे स्कूल के शौचालय को सही कराया जाए। जब स्कूल में हमें शौचालय जाना होता है तो हमें कई किमी दूर घर जाना पड़ता है।

दूसरी तरफ छात्राओं का शौचालय है। कुछ छात्राएं हमें वहां लेकर गईं। राशि नाम को लड़की ने बताया कि यहां टॉयलेट रूम बहुत गंदा है और टूटा-फूटा है। इतनी गंदगी रहती है, फिर भी कोई साफ नहीं करता। हम टॉयलेट के अंदर नहीं गए तो राशि ने हमारा फोन लेकर टॉयलेट के अंदर का वीडियो रिकॉर्ड कर हमें दिया।

स्कूल प्रभारी रचना ने कहा, हमारे यहां टॉयलेट है। मैं भी वहीं जाती हूं। बालिका शौचालय अच्छा है। थोड़ी सफाई करानी है। पानी की समस्या है। पानी बाल्टी में लेकर जाना पड़ता है बस। यहां टाॅयलेट साफ करने वाले भी मिलते नहीं हैं। अभी किसी मजदूर से बोलकर सफाई करवाएंगे।

स्कूलों में बच्चे पढ़ाई को लेकर उत्साही नजर आए। शिक्षक भी पढ़ाने को लेकर गंभीर दिखे, लेकिन स्टूडेंट्स ने शौचालय को लेकर परेशानी बताई।

स्कूलों में बच्चे पढ़ाई को लेकर उत्साही नजर आए। शिक्षक भी पढ़ाने को लेकर गंभीर दिखे, लेकिन स्टूडेंट्स ने शौचालय को लेकर परेशानी बताई।

रेवाड़ा गांव: टूटी टॉयलेट सीट, न फर्श, न दरवाजे रेवाड़ा प्राथमिक स्कूल के हालात भी हमें अन्य स्कूलों की तरह ही मिले। शाम 4.40 बज चुके थे। छुट्टी हो चुकी थी। स्कूल में कोई भी मौजूद नहीं था। इस स्कूल की बाउंड्री के अंदर जाकर हम टॉयलेट तक पहुंचे। टॉयलेट के हालात बद से बदतर थे। पेशाब घर में न छत थी, न फर्श और न ही पानी की कोई व्यवस्था। अंदर फिट की गई टॉयलेट सीट टूटी दिखी।

इसके बगल में दो अन्य टॉयलेट बने हुए हैं। ये भी जर्जर नजर आए। अंदर गंदगी भरी पड़ी थी। एक टॉयलेट सीट तो मल से ढंकी हुई दिखी। इसमें भी दरवाजा नहीं था। वहीं एक अन्य टॉयलेट में दरवाजा दिखा तो कुंडी गायब थी।

प्रशासन का तर्क- शौचालय नहीं है रेप का कारण जिला शिक्षा अधिकारी प्यार सिंह सोलंकी ने कहा, जिस स्कूल के पास रेप की घटना हुई वहां बालक शौचालय का गेट कुछ ग्रामीणों ने तोड़ दिया है। स्कूल में बालिका शौचालय है। इस घटना के पीछे शौचालय कोई वजह नहीं है। शौचालय तो सभी स्कूलों में है, बाकी अन्य स्कूलों में भी बालिका शौचालय हमारी प्राथमिकता रहती है। अगर कहीं कोई अव्यवस्था है तो हम उसे ठीक करने का प्रयास कर रहे हैं।

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खंडवा में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

खंडवा में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।

खंडवा में स्कूल के पास से 8वीं की छात्रा का अपहरण कर रेप हुआ। दुष्कर्म के आरोपी को मांधाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मन सिंह उर्फ मान सिंह (22) को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है। उस पर 3 महीने पहले छेड़छाड़ का एक केस दर्ज हुआ था, जिसमें वो जमानत पर चल रहा था। पढ़ें पूरी खबर…



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