महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित 20वें अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2025 ‘शिव सम्भवम’ की दूसरी संध्या कलात्मक प्रस्तुतियों से सजी। त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय के सभागृह में तीन प्रमुख प्रस्तुतियां हुईं।
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कार्यक्रम की शुरुआत गौतम काले के शास्त्रीय गायन से हुई। उन्होंने राग देश में ‘गले भुगंज भस्म अंग शंकर अनुरागी’ प्रस्तुत किया और कजरी से समापन किया। तबला पर हितेंद्र दीक्षित, हारमोनियम पर दीपक खसरावल और तानपुरे पर पर्व जैन व अमृत कोटकखाने ने संगत की।
दूसरी प्रस्तुति में ग्वालियर की शिखा डांस अकादमी ने समूह कथक नृत्य पेश किया। शिखा सोनी के निर्देशन में कलाकारों ने आदि शंकराचार्य की शिव स्तुति ‘महेशं-सुरेशं’ से शुरुआत की। धमार ताल में शुद्ध कथक और तराने की प्रस्तुति दी गई।
अंतिम प्रस्तुति में ऋषिकेश मजूमदार ने बांसुरी वादन किया। उन्होंने ‘वैष्णव जन तो’ भजन और राग खमाज में बनारसी कजरी प्रस्तुत की। तबले पर अजीत पाठक ने संगत की।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाकाल मंदिर के पुजारी पं. घनश्याम शर्मा और बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक नितेश द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। उप प्रशासक एसएन सोनी और सिम्मी यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन दुर्गाशंकर सूर्यवंशी ने किया।