बसंत विहार कॉलोनी स्थित सेक्टर बी में बने उद्यान को लेकर दो कॉलोनियों के बीच कई दिनों से विवाद बना हुआ है। दरअसल कॉलोनी का सेक्टर-बी आनंदनगर कॉलोनी से लगा हुआ है। ऐसे में यह उद्यान दोनों ही कॉलोनी के लोग उपयोग में ले रहे थे। मूल रूप से उद्यान बसंत व
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बसंत विहार रहवासियों ने शिकायत की है कि आनंद नगर रहवासियों ने बगीचे की दीवार तोड़ वहां लोहे का दरवाजा लगा लिया है और अब लोग उद्यान को मांगलिक भवन के रूप में उपयोग लेते हुए यहां कार्यक्रम कर रहे हैं। कार्यक्रम दिन में ही नहीं रात तक चलते हैं। ऐसे में काफी शोर रहता है और उद्यान में गंदगी भी होती है। इसके बाद हमने क्षेत्रीय पार्षद निर्मला करण परमार की अध्यक्षता में 26 जनवरी 2025 को बैठक रखी। निर्णय लिया कि राशि एकत्रित कर गेट लगाया जाए, ताकि उद्यान का विकास हो सके। 24 फरवरी को दो पुलिस जवान एवं पार्षद की उपस्थिति में गेट भी लगवा रहे थे लेकिन आनंद नगर के महिला, पुरूष, बच्चे गुंडागर्दी पर उतर आए ओर दरवाजा नहीं लगाने दिया। कुछ समय बाद आनंद नगर के निवासियों ने दरवाजा लगा लिया, जबकि उद्यान हमारा है। पिछले चार माह से नगर निगम आयुक्त, कलेक्टर, उद्यान विभाग सबको शिकायत कर चुके है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
लड़ाई का कारण उद्यानों में सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन : उद्यान का उपयोग सालों से सभी लोग कर रहे हैं। विवाद तब शुरू हुआ जब उद्यान में सार्वजनिक कार्यक्रम होने लगे। आनंदनगर के किसी रहवासी द्वारा रात में कोई कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके चलते बसंत बिहार कॉलोनी वालों ने शिकायत कर दी। वहीं गेट लगाने के लिए भी दोनों कॉलोनियों में लड़ाई हुई, जिसके बाद आनंद नगर वालों ने अपना गेट लगा लिया व लड़ाई और बढ़ गई।
इसलिए जता रहे अधिकार बसंत बिहार निवासी उद्यान अपना होने का दावा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह मकान यूडीए द्वारा दिए गए हैं। उद्यान के तीनों तरह बसंत बिहार कॉलोनी है, केवल एक रास्ता दूसरी कॉलोनी से जुड़ रहा है। जब रजिस्ट्री करवाई तब उद्यान के पास होने के चलते मकानों के दाम ज्यादा लगे, हमने वो भुगतान भी किया। वहीं आनंदनगर निवासी उद्यान को अपना बता रहे हैं, क्योंकि उद्यान उनके क्षेत्र से जुड़ा है व ये लोग सालों से इसका उपयोग कर रहे हैं।