अनुभवी सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे एकदिवसीय में इंग्लैंड से हार के बाद स्वीकार किया कि भारतीय खिलाड़ी लॉर्ड्स मैदान की मुश्किल परिस्थितियों के अनुकूल नहीं ढल पाए और बल्लेबाजों ने समझदारी भरे शॉट नहीं खेले.
मंधाना ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा:
मुझे लगता है कि बल्लेबाजी इकाई के तौर पर हम परिस्थितियों के अनुकूल जल्दी नहीं ढल पाए. हमने कुछ ऐसे शॉट खेलने की कोशिश की जो लॉर्ड्स जैसी पिच शायद आसान नहीं थे.
मंधाना ने स्वीकार किया कि मैच शुरू होने से पहले बारिश के कारण लंबे ब्रेक से खिलाड़ियों की एकाग्रता प्रभावित हुई. उन्होंने कहा:
बारिश से प्रभावित मैच में ध्यान केंद्रित करना हमेशा बहुत मुश्किल होता है. हमें मैच शुरू होने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. इस तरह के मैचों में टॉस अगर आपके पक्ष में नहीं रहा तो मुश्किलें और बढ़ सकती है. यह हम सभी के लिए एक कड़ी चुनौती थी. हम कुछ पहलुओं पर और बेहतर कर सकते थे.
मंधाना ने कहा कि पिछले आठ साल भारत में महिला क्रिकेटरों के लिए शानदार रहे हैं. उन्होंने कहा:
महिला क्रिकेट, खास कर भारत में 2017 के बाद काफी बदलाव आया है. हम सब उस दिन जीत नहीं पाने से बहुत निराश थे, लेकिन जब हम भारत लौटे तब हमें नायकों जैसा स्वागत मिला. हर कोई महिला क्रिकेट के बारे में बहुत कुछ जानने लगा. पिछले आठ साल से हम जहां भी खेलते हैं स्टेडियम में मौजूद भारतीय प्रशंसकों की संख्या से हमें लगता है कि हम घरेलू मैदान पर खेल रहे हैं. लोग हमें देखने आते हैं, हमारी आलोचना करते हैं, हमारी सराहना करते हैं, जो सब अच्छा है क्योंकि इससे क्रिकेट को बढ़ावा मिल रहा है.