स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून के दौरान हमारी इम्युनिटी सामान्य से कमजोर हो जाती है. इसी वजह से यह मौसम पेट की बीमारियों, फूड पॉइजनिंग, उल्टी-दस्त और आंतों में कीड़े जैसी समस्याओं को जन्म देता है. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि हम अपनी डाइट में शामिल सब्जियों का चयन सोच-समझकर करें.
1. हरी पत्तेदार सब्जियाँ:
पालक, पत्तागोभी, बथुआ जैसी पत्तेदार सब्जियाँ बरसात के मौसम में जल्दी सड़ने और संक्रमित होने लगती हैं. खेतों में जमा पानी और नमी के कारण इन पर फंगस, कीड़े और कीटाणु जल्दी पनपते हैं. साथ ही, इनकी परतों में छिपे मिट्टी के कण पेट में जाकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं. इसलिए मानसून के दौरान इन सब्जियों का सेवन या तो टालें या पूरी तरह से पकाकर ही करें.
बैंगन में पाए जाने वाले एल्कलॉइड्स नामक रसायन बरसात में अधिक मात्रा में बनते हैं. यह पौधा कीटों से खुद को बचाने के लिए इन यौगिकों का निर्माण करता है. इस मौसम में बैंगन खाने से त्वचा पर चकत्ते, पित्ती, खुजली और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. साथ ही कुछ लोगों को इससे गैस, पेट दर्द और मतली भी हो सकती है.
3. शिमला मिर्च:
हालांकि शिमला मिर्च में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर जैसे पोषक तत्व होते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में इसके सेवन से सावधान रहना चाहिए. इसमें पाए जाने वाले ग्लूकोसाइनोलेट्स जब टूटते हैं तो आइसोथियोसाइनेट्स में बदल जाते हैं, जो मतली, उल्टी, दस्त और सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानियाँ खड़ी कर सकते हैं.
फूलगोभी में नमी की मात्रा अधिक होती है, जिससे इसमें फफूंदी और कीड़े पनप सकते हैं. इसके अलावा इसमें भी वही यौगिक पाए जाते हैं जो शिमला मिर्च में होते हैं. यह यौगिक एलर्जी या संवेदनशील लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. फूलगोभी को बरसात में सेवन करने से पहले अच्छे से उबालना और पकाना अनिवार्य है, लेकिन सबसे बेहतर है इसे इस मौसम में टालना.
5. मशरूम:
बरसात के दिनों में खेतों या जंगलों में अपने-आप उगने वाले मशरूम देखने को मिलते हैं, जिन्हें लोग अनजाने में खा लेते हैं. इनमें से कई विषैले होते हैं. सही जानकारी न होने पर यह जानलेवा भी हो सकते हैं. बाज़ार में बिकने वाले मशरूम भी इस मौसम में जल्दी खराब होते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है.
बरसात के मौसम में लौकी, तोरी, घिया, खीरा, टमाटर, मूली, भिंडी जैसी हल्की सब्जियाँ खाना बेहतर होता है. ये सब्जियाँ पचने में आसान होती हैं और इनका पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है. ध्यान रखें कि सब्जियों को हमेशा अच्छी तरह धोकर और पूरी तरह पकाकर ही खाएं.
मानसून के समय खाने-पीने की लापरवाही सीधे आपकी आंतों और पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती है. अगर सही सावधानी बरती जाए, तो यह मौसम बिना किसी संक्रमण या बीमारी के आराम से निकाला जा सकता है. हमेशा ताजा, पकाया हुआ और स्वच्छ भोजन ही करें.