राजगढ़ जिले के सारंगपुर थाना क्षेत्र के टूटियाहेड़ी गांव के 22 वर्षीय जवान हरिओम नागर जम्मू-कश्मीर के लेह में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। रविवार को वह अपनी पोस्ट पर तैनात थे, तभी अचानक बर्फीला पहाड़ खिसकने से वह उसकी चपेट में आ गए। काफी प्रयासों के ब
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मंगलवार सुबह गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर सेना की ओर से हरिओम का पार्थिव शरीर मंगलवार सुबह उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। टूटियाहेड़ी में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पंचायत और प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है। शहीद को अंतिम विदाई देने गांव में भीड़ जुटने लगी है।
सीएम बोले- मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ
प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव रविवार को सोशल मीडिया साइट ‘X’ पर पोस्ट शेयर शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने लिखा था-
जम्मू-कश्मीर में कर्तव्य पालन के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए मध्यप्रदेश के लाल श्री हरिओम नागर जी को विनम्र श्रद्धांजलि।

उन्होंने आगे लिखा था कि आपका सर्वोच्च बलिदान प्रत्येक देशवासी को मां भारती की सेवा और रक्षा के लिए सदा प्रेरणा देता रहेगा। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। बाबा महाकाल दिवंगत आत्मा को अपने परमधाम में स्थान दें, यही प्रार्थना है। ॐ शांति:!
पिता किसान, भाई दिल्ली में करता है नौकरी हरिओम नागर के पिता दुर्गाप्रसाद नागर किसान हैं और बड़ा भाई दिल्ली में निजी नौकरी करता है। बेटे की शहादत की खबर मिलते ही परिवार और गांव में शोक की लहर फैल गई।
जनप्रतिनिधि पहुंचे घर, सांत्वना दी सोमवार को मप्र जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर शहीद के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने हरिओम के बलिदान को देश के लिए प्रेरणादायक बताया।