भोलेनाथ के खाखरा धाम तक कीचड़ भरा रास्ता, नंगे पांव पहुंच रहे भक्त

भोलेनाथ के खाखरा धाम तक कीचड़ भरा रास्ता, नंगे पांव पहुंच रहे भक्त


Last Updated:

Satna News: मंदिर की देखरेख करने वाले रामचरण दहिया ने लोकल 18 से कहा कि जो भी भक्त दर्शन के लिए आते हैं, उनमें से ज्यादातर किसी न किसी तरह से घायल हो ही जाते हैं. आज सुबह ही एक महिला के पैर में पत्थर घुस गया. स…और पढ़ें

सतना. मध्य प्रदेश के सतना जिले के प्रसिद्ध खाखरा धाम में श्रावण मास के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. यह धाम शिवभक्तों के लिए विशेष आस्था का केंद्र माना जाता है. मान्यता है कि यहां स्थापित शिवलिंग स्वयंभू है और इसकी ऊंचाई हर साल धीरे-धीरे बढ़ती रहती है. यह मान्यता भक्तों के विश्वास को और प्रबल करती है, जिसके चलते महिलाएं, बुजुर्ग, बच्चे और युवा दूर-दूर से दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस पावन स्थल तक पहुंचने का मार्ग भक्तों की परीक्षा से कम नहीं है. कीचड़, दलदल, धंसती गिट्टी भरे रास्तों से होकर लोग नंगे पांव मंदिर तक पहुंच रहे हैं. इस क्षेत्र के नगर निगम में आने बाद भी आज तक यहां पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो सका है.

लोकल 18 से बातचीत में दर्शन कर लौट रहे विष्णु पांडे ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से मार्ग की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है. रास्ते के दोनों ओर खेती है और बीच में ट्रैक्टरों की आवाजाही से कीचड़ से गड्ढे और गहरे हो जाते हैं. वहीं बारिश में यह स्थिति और बदतर हो जाती है. रवि प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि कभी-कभी ये डेढ़-दो किलोमीटर का फासला पैदल तय करना भी मुश्किल हो जाता है. सावन के महीने में रोज 2000 से ज्यादा श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं लेकिन बहुत से लोग मार्ग की दयनीय स्थिति के चलते दर्शन नहीं कर पाते.

स्थानीय निवासियों की अपील बेअसर
लालमन गुप्ता ने कहा कि उन्होंने मंदिर तक का दो किलोमीटर का सफर दो घंटे में पूरा किया. रास्ते में जहां मुरुम और गिट्टी डाली गई है, वहां हालत और खराब हो गई है. अब तो गाड़ियां भी फंसने लगी हैं और श्रद्धालु चोटिल हो रहे हैं. नीता यादव ने कहा कि उनका ऑटो इस गिट्टी में फंस गया था, जिससे उन्हें धूप में पैदल मंदिर तक जाना पड़ा. स्थानीय निवासी किरण गर्ग ने कहा कि इस सड़क की समस्या को लेकर कई बार सांसद, विधायक और महापौर से गुहार लगाई गई लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला. कोई स्थायी समाधान आज तक नहीं निकल सका.

श्रद्धालु हो रहे हैं घायल
मंदिर की देखरेख करने वाले रामचरण दहिया ने कहा कि जो भी श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, उनमें से ज्यादातर किसी न किसी तरह से चोटिल हो ही जाते हैं. आज सुबह ही एक महिला के पैर में पत्थर घुस गया. स्थानीय लोगों ने देसी उपचार किया लेकिन वह लंगड़ाते हुए ही घर लौट गई. श्रद्धालु वकील साहब जो परिवार संग मंदिर पहुंचे थे, बताते हैं कि ऑटो कच्चे रास्ते से किसी तरह पार हो गया लेकिन जहां भक्तों द्वारा गिट्टी डाली गई है, वहां किसी टूटे-फूटे भवन का मलबा बिछा है, जिससे वाहन वहां फंस जाते हैं और आगे जाना मुश्किल हो जाता है.

स्थायी समाधान की जरूरत
खाखरा धाम जैसी धार्मिक और ऐतिहासिक जगह की यह स्थिति बेहद चिंताजनक है. शासन और प्रशासन को चाहिए कि इस पवित्र स्थल को श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित बनाया जाए. वर्षों से सड़क निर्माण का इंतजार कर रही जनता और श्रद्धालु अब ठोस इंतजाम की उम्मीद कर रहे हैं ताकि आस्था के इस केंद्र तक पहुंचना कठिनाई नहीं बल्कि सुखद अनुभव बने.

homemadhya-pradesh

भोलेनाथ के खाखरा धाम तक कीचड़ भरा रास्ता, नंगे पांव पहुंच रहे भक्त

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



Source link