मध्यप्रदेश में पिछले सप्ताह तेज बारिश का दौर चला। तस्वीर मंडला की।
मध्यप्रदेश के 3 जिले- निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है। इन जिलों में सामान्य से 15% तक ज्यादा पानी गिर चुका है। ग्वालियर समेत 5 जिलों में भी बेहतर स्थिति है। यहां 80 से 95% तक बारिश हो चुकी है। दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभ
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प्रदेश में अब तक औसत 20.5 इंच बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, शिवपुरी और श्योपुर में हुई है। वहीं, सबसे कम बारिश वाले जिलों में इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा शामिल हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस बार प्रदेश में मानसून 16 जून को एंटर हुआ था। सवा महीने में प्रदेश में सामान्य की 60 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। मानसून को अभी भी सवा दो महीने बाकी हैं। ऐसे में उम्मीद है कि अगस्त में ही बारिश का कोटा फुल हो जाएगा। बता दें कि मौसम विभाग ने अबकी बार सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है।

पूर्वी हिस्से में सबसे ज्यादा रहे सिस्टम एमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई। यहां बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई। दूसरी ओर, इंदौर और उज्जैन संभाग में सिस्टम की एक्टिविटी कम देखने को मिलीं। भोपाल संभाग में भी उम्मीद के हिसाब से कम पानी गिरा है।
टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा 37 इंच पानी गिरा इस बार सबसे ज्यादा बारिश टीकमगढ़ में हुई है। यहां 37.88 इंच पानी गिर चुका है, जो औसत बारिश 35.89 से 5 प्रतिशत ज्यादा है। मंडला में 36.49 इंच पानी गिरा है, लेकिन यहां सामान्य बारिश 47 इंच से ज्यादा है। इस कारण आंकड़ा 77 प्रतिशत हुआ है। निवाड़ी में 35.13 इंच और श्योपुर में 28.67 इंच पानी गिर चुका है, जो सामान्य से ज्यादा है। इस तरह टीकमगढ़, निवाड़ी और श्योपुर जिलों में कोटे से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अब जो भी पानी गिरेगा, वह बोनस की तरह ही रहेगा।
इन जिलों की भी बेहतर स्थिति ग्वालियर में 22.75 इंच पानी गिर चुका है, जो सामान्य बारिश का 80 प्रतिशत है। शिवपुरी में 93 प्रतिशत, अशोकनगर में 82 प्रतिशत, छतरपुर में 95 प्रतिशत और मुरैना में 83 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।
इन जिलों की स्थिति बेहतर नहीं प्रदेश में सबसे कम 6.9 इंच बारिश शाजापुर में हुई है। इंदौर में 7.2 इंच, बुरहानपुर में 7.3 इंच, आगर-मालवा में 7.6 इंच, उज्जैन में 8.4 इंच, खरगोन में 8.7 इंच और खंडवा में 9 इंच पानी गिरा है।

तेज बारिश की वजह से बैतूल जिले के डैम के गेट भी जुलाई में ही खुल गए।
कई डैम ओवरफ्लो हुए अब तक हुई बारिश की वजह से कई डैम ओवरफ्लो हो गए हैं। भोपाल के बड़ा तालाब, केरवा-कलियासोत डैम में भी पानी आया है। हालांकि, पिछले साल जुलाई में ही कई डैमों के सभी गेट खुल गए थे। इस बार भी जौहिला, बरगी समेत कई डैम के गेट खुल चुके हैं। कुल 54 बड़े डैमों में अच्छा पानी आ चुका है।

ऐसे समझें बारिश का गणित…
30 इंच से ज्यादा बारिश वाले जिले
- मंडला, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर।
20 से 30 इंच तक बारिश वाले जिले
- ग्वालियर, रायसेन, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी,शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, सागर, दमोह, पन्ना, मुरैना, श्योपुर, रीवा, सिंगरौली, सीधी, सतना, नर्मदापुरम और उमरिया।
10 से 19 इंच बारिश वाले जिले
- भोपाल, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, झाबुआ, धार, अलीराजपुर, छिंदवाड़ा, दतिया, देवास, रतलाम, मंदसौर, नीमच, हरदा, बैतूज, अनूपपुर।
इन जिलों में हुई 10 इंच से कम बारिश
- इंदौर, बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, शाजापुर, आगर-मालवा।
मध्यप्रदेश में कैसा रहेगा यह सप्ताह सीनियर मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि वर्तमान में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव नहीं है। इस वजह से अगले दो दिन तक भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। 23 जुलाई के बाद तेज बारिश होने की संभावना है।
5 बड़े शहरों में ऐसा रहेगा मौसम
- भोपाल: भोपाल में 15.8 इंच पानी गिर चुका है, जो कोटे की कुल बारिश का एक तिहाई है। अगले सप्ताह तेज बारिश का दौर शुरू होगा। ऐसे में आंकड़ा बढ़ जाएगा। संभाग के रायसेन में सबसे ज्यादा 22.7 इंच बारिश हुई है। सीहोर, राजगढ़ और विदिशा में 17 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है।
- इंदौर: बारिश के मामले में इंदौर अभी पिछड़ा हुआ है। यहां सिर्फ 7.2 इंच ही बारिश हुई है। संभाग के बड़वानी में 9 इंच, बुरहानपुर में 7.3 इंच, खंडवा में 0 इंच और खरगोन में 8.7 इंच पानी गिरा है।
- जबलपुर: इस सप्ताह जबलपुर समेत आसपास के जिलों में मानसून की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी रही है। इस वजह से बारिश का आंकड़ा बढ़ गया। जबलपुर में ही 23.5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। छिंदवाड़ा को छोड़ बाकी जिलों में 20 इंच से ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में 36.5 इंच पानी गिरा है।
- उज्जैन: इस बार उज्जैन संभाग के जिलों में मानसून की मेहरबानी कम देखने को मिल रही है। उज्जैन में 8.5 इंच पानी गिरा है। वहीं, शाजापुर में 7 इंच बारिश हुई है। आगर-मालवा में भी साढ़े 7 इंच बारिश ही हुई है। रतलाम-नीमच में ही आंकड़ा 16 इंच से ज्यादा है।
- ग्वालियर: ग्वालियर संभाग में अब तक अच्छी बारिश हुई है। 4 जिले- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना और अशोकनगर में 23 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। शिवपुरी में आंकड़ा 29 इंच है। वहीं, दतिया में सबसे कम 15.6 इंच हुई है। आने वाले दिनों में यहां सिस्टम एक्टिव रहेंगे। ऐसे में बारिश का आंकड़ा लगातार बढ़ेगा।










