100 साल पुराना देसी जुगाड़! ऐसे रखते थे प्याज को महीनों तक सुरक्षित, आज भी उतना ही असरदार

100 साल पुराना देसी जुगाड़! ऐसे रखते थे प्याज को महीनों तक सुरक्षित, आज भी उतना ही असरदार


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Monsoon Tips: बीते समय में जब बारिश में तकनीक नहीं थी, किसान प्याज को ठाठ या बांस के ढांचे में लटकाकर स्टोर करते थे. यह देसी तरीका आज भी गांवों में उपयोग हो रहा है. प्याज को बड़ौर सहित बांधकर लटकाने से नमी नहीं…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • अब भी कारगर है 100 साल पुराना ये देसी फार्मिंग ट्रिक
  • यह तरीका आज भी कारगर और व्यावहारिक है.
  • प्याज को स्टोर करने का अचूक उपाय
सागर. 20-25 साल पहले तक बारिश का सीजन बरसात के जैसा ही होता था. एक-एक हफ्ते ताकत अखंड पानी गिरता रहता था. ऐसे में लोगों का घरों से निकलना भी मुश्किल हो जाता था. 4 महीने बारिश होती रहती थी. ऐसे मौसम में सब्जियां को सुरक्षित रखना बचाना सबसे बड़ी चुनौती होती थी, क्योंकि उसे समय इतनी तकनीक नहीं थी कि वह हर किसी गांव या किस के पास तक पहुंच सके.

तब उसी समय किसानों के द्वारा ही अलग-अलग तरीके अपनाए जाते थे, जो काफी मददगार होते थे. यहां तक की कई लोग अभी भी उन टिप्स को फॉलो करते हैं और अपनी सब्जियों को बारिश की सीजन में सुरक्षित रखते हैं. इनके लिए दूसरी समस्या यह रहती थी की बारिश के सीजन में सब्जियां भी बहुत कम मिलती थी. कुछ लोग गर्मियों में आलू टमाटर बैंगन इमली कचहरी जैसी चीजों को ड्राई करके रख लेते थे और फिर समय-समय पर अपनी आवश्यकता के अनुसार इस्तेमाल करते रहते थे, लेकिन प्याज को बारिश के सीजन में रखना उसे समय भी चुनौती था और इस समय भी कठिनाई है, लेकिन कहते हैं कि जो समस्या होती है. उसका समाधान भी होता है और हमारे किसान भाई ऐसी कई तरह की समस्याओं का सदियों से ही सामना करते आ रहे हैं और हंसते-हंसते निपट भी जाते हैं.

पहले के समय में लोग अपने मिट्टी के कच्चे घरों में जो छज्जा (ठाठ) होती थी या फिर बांस के ढाबुआ होते थे. उसमें बांधकर प्याज रखते थे, जिसकी वजह से प्याज के कंद को हवा, तो लगती थी, लेकिन नमी नहीं पकड़ती है, जिसकी वजह से यह प्याज 4 महीने तो ठीक सर्दी गर्मी भी आराम से निकाल लेती है.

प्याज को ठाठ से बांधने के लिए इस बात का ध्यान रखा जाता है कि जब प्याज की खुदाई होती है तो उसके ऊपर की बड़ौर (पौधा) होता है उसकी इसमें कतई नहीं की जाती है खुदाई करने के बाद सीधा 10-15 प्याज का ग्रुप बनाकर एक रस्सी से बांधते हैं और फिर इन्हें घर में लटकाते जाते है. इस तरह से प्याज रखने में अतिरिक्त जगह भी नहीं लगती है, और यह सुरक्षित भी हो जाती है, इसका खाने में तो इस्तेमाल होता है ही है किसान भाई चाहे तो बीज के रूप इसको बेच सकते हैं या फिर जब बाद में प्याज महंगी हो जाती है तो उसे समय भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि किसान भाई आज भी अपने पक्के घरों की छतों के नीचे इस तरह प्याज को लटकाए रहते हैं . यानी जो तरीका 100 साल पहले अपनाया जाता था वह किसानों के हिसाब से आज भी कारगर है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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100 साल पुराना देसी जुगाड़! ऐसे रखते थे प्याज को महीनों तक सुरक्षित, बहुत कमाल



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