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MPs Biggest Kanwar Yatra: मध्यप्रदेश के जबलपुर में राज्य की सबसे बड़ी कांवड़ यात्रा निकाली गई. एक लाख श्रद्धालु नर्मदा जल और पौधे के साथ 35 किलोमीटर नंगे पैर चले. जानिए यात्रा की खास बातें.
हाइलाइट्स
- मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी कांवड़ यात्रा जबलपुर में निकाली गई.
- एक लाख श्रद्धालु 35 किलोमीटर नंगे पैर चले.
- सेना ने कांवड़ियों का स्वागत कर फल फ्रूट वितरण किया.
जबलपुर शहर की सड़कें भगवामय दिखाई दीं. श्रद्धालु इस कावड़ यात्रा में अलग-अलग वेशभूषा में शामिल हुए. कोई शिव शंकर का वेश धारण करके आया, जबकि कोई भूत बनकर आया. भक्तों का जनसैलाब सड़कों में उमड़ता दिखाई दिया. जहां सुबह से ही लाखों कावड़िए नर्मदा तट के गौरी घाट पहुंचे और शहर भ्रमण कर करीब 35 किलोमीटर की यात्रा पूरी की. साथ ही मटामर स्थित कैलाश धाम मंदिर में भोलेनाथ को जल अर्पण कर कैलाशधाम की पहाड़ी में पौधा भी लगाया.
कावड़ियों के स्वागत करने के लिए शहरभर में सैकड़ो मंच लगाए हैं. जगह-जगह भंडारे आयोजित किए गए. इतना ही नहीं इस कावड़ यात्रा में सेना ने भी कांवड़ियों का स्वागत कर फल फ्रूट वितरण किया. कावड़ यात्रा की संयोजक शिव यादव ने बताया संस्कारधानी की यह कावड़ यात्रा का 15 वर्ष था. जिसे पांच लोगों ने शुरू किया था. जहां अब लाखों श्रद्धालु इस संस्कार कावड़ यात्रा में जुड़ते हैं. यात्रा को दादा गुरु के सानिध्य में शुरू किया गया. कावड़ यात्रा को गोल्डन वर्ल्ड बुक के रिकार्ड में दर्ज किया जा चुका हैं.
संस्कारधानी की संस्कार कावड़ यात्रा में अलग-अलग विहंगम नजारे दिखाई दिए. जहां नंगे पैर दिव्यांग भी 35 किलोमीटर की यात्रा पूरी करते हुए दिखाई दिए. जहां बुजुर्ग से लेकर महिलाएं और बड़ी संख्या में युवा शामिल थे. युवाओं ने 14 लीटर जल लेकर 35 किलोमीटर की यात्रा की, इतना ही नहीं बुजुर्गों ने कावड़ियों के पैर भी धुलाए. कावड़ यात्रा में दर्जनों झांकियां भी शामिल हुई और श्रद्धालु जमकर भजनों में थिरकते हुए नजर आए.
मशहूर गायक शहनाज अख्तर भी कावड़ यात्रा में शामिल हुई जहां उन्होंने लोकल 18 से खास बातचीत की और कहां मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी कावड़ यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य मिला. यह मेरे लिए भोले बाबा का आशीर्वाद ही है. उन्होंने कहा इस कलयुग में भजन, भक्ति और कीर्तन करने का हमें सौभाग्य मिला. मेरे ईष्ट देवता स्वयं भोलेनाथ जी हैं. भोलेनाथ के भक्त.. जब भजनों में झूमते हैं, तब लगता है और भजन गया जाए. विशेष समुदाय पर उन्होंने निशान साधते हुए कहा धर्म परिवर्तन मत कराओ…हमें छेड़ोगे…तब हम हिंदू सनातनी है, जवाब जरूर देंगे. इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए भजन भी गाया… भोला नहीं माने रे, नहीं माने, मचल गए भंगिया को……