इंग्लैंड के खिलाफ ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट की पूर्व संध्या पर पठान ने बुमराह के असाधारण गेंदबाजी कौशल की प्रशंसा की लेकिन साथ ही उनसे जरूरत पड़ने पर ‘अतिरिक्त प्रयास’ करने का भी आग्रह किया. पठान ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा:
मैं जसप्रीत बुमराह का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. मुझे उनका कौशल बेहद पसंद है. वह बेहतरीन हैं हालांकि मेरा मानना है कि जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो आपको अपना सब कुछ देना होता है. जब आप पांच ओवर के स्पैल की बात करते हैं तो जब रूट आते हैं तो आप छठा ओवर नहीं फेंक रहे होते. आपको अपना सब कुछ झोंकना होता है या तो आप अपना सब कुछ झोंक देते हैं या फिर पूरी तरह आराम करते हैं.’
पठान ने स्पष्ट किया कि वह बुमराह की टीम के प्रति प्रतिबद्धता पर किसी भी तरह से सवाल नहीं उठा रहे हैं. उन्होंने कहा:
मैं यह सवाल नहीं उठा रहा कि उन्होंने प्रयास नहीं किए हैं. उन्होंने ओवर फेंके हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है. हालांकि जब टीम के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की बात आती है तो आपको ऐसा करना ही पड़ता है. अगर बुमराह भारत के लिए नियमित रूप से मैच जीतते रहे तो वह लंबे समय तक शीर्ष पर बने रहेंगे. जब टीम को आपकी जरूरत हो तो आपको अतिरिक्त प्रयास करने होते हैं. बेन स्टोक्स ने ऐसा किया और जोफ्रा आर्चर ने चार साल बाद ऐसा किया.
लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट में बुमराह ने एक बार फिर पहली पारी में पांच विकेट चटकाए और फिर दूसरी पारी में दो विकेट लेकर मैच का अंत 112 रन पर सात विकेट के साथ किया.