गुस्सा या दुश्मनी? कोबरा का खौफनाक हमला, चिल्लाता रहा युवक पर पैर में गड़ाए जहरीले दांत नहीं निकाले, फिर…

गुस्सा या दुश्मनी? कोबरा का खौफनाक हमला, चिल्लाता रहा युवक पर पैर में गड़ाए जहरीले दांत नहीं निकाले, फिर…


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Cobra Sanke Bite: खंडवा में सर्पदंश का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने गांववालों की नींद उड़ा दी है. लोग इतना डर गए कि स्नेक रेस्क्यू टीम को बुलाने पर अड़ गए…

हाइलाइट्स

  • करण असलकर को कोबरा ने पैर में काटा
  • बाइक सवार युवक ने करण की जान बचाई
  • जहर फैलने से करण की हालत गंभीर हुई
Khandwa News: सांप काटने की कई घटनाएं आपने सुनी-देखी होंगी. लेकिन, खंडवा में जो हुआ, वो जानने वालों को चौंका रहा है. इस घटना ने सनसनी फैला दी. मामला खंडवा मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर गवला गांव का है. यहां रहने वाले करण असलकर रोज की तरह अपने काम से लौटकर पैदल ही घर जा रहे थे. समय शाम का था, चारों ओर हल्का अंधेरा छाने लगा था.

रास्ता पूरी तरह शांत और सुनसान था. तभी अचानक झाड़ियों से एक कोबरा सांप फुफकारते हुए बाहर निकला और सीधे करण के पैरों की तरफ लपका. करण को कुछ समझ में आता, उससे पहले ही सांप ने उनके बाएं पैर में जहर भरे दांत गड़ा दिए. यह कोई सामान्य सर्पदंश नहीं था, बल्कि कोबरा ने लगभग दो मिनट तक करण के पैर को पकड़े रखा, जिससे ज़हर गहराई तक फैल गया.
तभी देवदूत बनकर पहुंचा युवक
करण लगातार खुद को छुड़ाने की कोशिश करते रहे. वे जोर-जोर से चिल्लाने लगे, लेकिन आसपास कोई मौजूद नहीं था. संयोग से गांव की तरफ से एक बाइक सवार युवक आ रहा था. उसने जब ये मंजर देखा तो फौरन अपनी चप्पल से सांप को मारकर भगाया और करण को सहारा देकर तुरंत गांव लाया. गांव में प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत उसे जिला अस्पताल ले जाया गया.

पूरे शरीर में फैल गया था जहर…
जिला अस्पताल के डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि यदि करण को और देर से अस्पताल लाया जाता, तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी. जहर शरीर में काफी हद तक फैल चुका था, लेकिन सही समय पर एंटी-वेनम इंजेक्शन और प्राथमिक उपचार से करण की जान बच गई. डॉक्टरों के अनुसार, कोबरा भारत के सबसे खतरनाक सांपों में से एक होता है और इसके डसने पर व्यक्ति के शरीर का तंत्रिका तंत्र प्रभावित होता है. कई बार सांस रुकने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं.

ऐसा तो पहली बार हुआ…
गवला गांव के सरपंच का कहना है कि ये पहली बार नहीं है, जब इस गांव में सांपों ने हमला किया हो. हर साल मानसून के दौरान ऐसे 2 से 3 मामले सामने आते हैं, लेकिन इस बार जिस तरह सांप ने बिना किसी उकसावे के करण पर दो मिनट तक हमला जारी रखा, वह वाकई चौंकाने वाला है. इस घटना के बाद गांव वालों ने प्रशासन से मांग की कि सांप पकड़ने वाली टीम को नियमित रूप से यहां बुलाया जाए.

ये मेरा दूसरा जन्म है…
वहीं, करण असलकर इस हादसे को अपनी दूसरी जिंदगी मानते हैं. उनका कहना है “भगवान और बाइक सवार उस अनजान युवक ने मेरी जान बचाई, नहीं तो शायद मैं आज जिंदा नहीं होता.” इस घटना ने न केवल गांव बल्कि पूरे इलाके में डर का माहौल पैदा कर दिया है.

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कोबरा का खौफनाक हमला, चिल्लाता रहा युवक, पैर में गड़ाए जहरीले दांत नहीं निकाले



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