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Katni Snake Bite Case: MP के कटनी जिले में सांप के काटने पर युवक को अस्पताल लाया गया, लेकिन इलाज की बजाय परिजन झाड़फूंक करवाते रहे. हालत बिगड़ने पर भर्ती किया गया. डॉक्टर ने की अंधविश्वास से बचने की अपील.
हाइलाइट्स
- कटनी में सर्पदंश के मामले में झाड़फूंक की घटना सामने आई है.
- खेत में काम कर रहे एक शख्स को सांप ने काट लिया.
- परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए और वहां तांत्रिक को वीडियो कॉल लगा दिया.
नारायण गुप्ता,कटनी: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में एक बार फिर सर्पदंश के मामले में झाड़फूंक की घटना सामने आई है. गांव वालों की लापरवाही ने एक युवक की जान जोखिम में डाल दी. मामला झुगिया कांप गांव का है, जहां खेत में काम कर रहे एक शख्स को सांप ने काट लिया. लेकिन इलाज के बजाय उसके परिजन उसे झाड़फूंक के चक्कर में डालते रहे.
सर्पदंश का शिकार हुए अजगर खान को जिला अस्पताल तो पहुंचाया गया, लेकिन इलाज की जगह उसके परिजन किसी तांत्रिक को मोबाइल कॉल पर जोड़ कर झाड़फूंक करवाने लगे. ये सब कुछ अस्पताल के मुख्य गेट पर करीब एक घंटे तक चलता रहा. इस दौरान मोबाइल फोन कभी मरीज के कान पर लगाया गया, कभी हाथ में घुमाया गया, ताकि तांत्रिक तंत्र-मंत्र कर सके.
झाड़फूंक से कोई फायदा न होते देख जब अजगर खान की तबीयत बिगड़ने लगी, तो आखिरकार परिजन और ग्रामीणों ने उसे अंदर अस्पताल में भर्ती करवाया. ऑन ड्यूटी डॉक्टर सौरभ नामदेव ने स्थिति को गंभीर देखते हुए तुरंत इलाज शुरू कराया, जिसके बाद उसकी हालत में सुधार आने लगा.
पीड़ित के साथी शहीद खान ने बताया कि, “खेत में काम करते वक्त अजगर को सांप ने काट लिया था. हमने उसके हाथ में कपड़ा बांधकर फौरन अस्पताल लाया. झाड़फूंक इसलिए करवाई क्योंकि कभी-कभी कुछ उपाय से भी आराम लग जाता है.”
डॉ. सौरभ नामदेव ने बताया कि मरीज की हालत नाजुक थी, समय पर इलाज न मिलता तो स्थिति और बिगड़ सकती थी. उन्होंने आमजन से अपील की है कि सर्पदंश जैसी स्थिति में किसी भी प्रकार की झाड़फूंक के चक्कर में न पड़ें, और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर मेडिकल ट्रीटमेंट लें.
डॉक्टरों के अनुसार, मानसून के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती हैं. कई बार लोग अंधविश्वास में पड़कर वक्त गंवा देते हैं, जिसका अंजाम जानलेवा साबित हो सकता है. इसलिए वक्त रहते इलाज जरूरी है.