विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आज भोपाल में मुलाकात की।
अगले सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर विधायकों ने इस बार 3377 सवाल पूछे हैं। ई विधान के फार्मेट में पहुंचने जा रही विधानसभा की कार्यवाही को देखते हुए विधायकों ने ऑनलाइन सवाल पूछने में रुचि दिखाई है। वहीं ऑफलाइन सवाल का क्रम भी अभ
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इस बीच संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से विधानसभा सत्र की तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर मुलाकात की है।
विधायकों द्वारा सरकार के कामकाज को लेकर विधानसभा के माध्यम से पूछे जाने वाले सवालों की समय सीमा खत्म हो गई है। तय समय तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने कुल 3377 सवाल किए हैं। इसमें से 2076 सवाल ऑनलाइन किए गए हैं। दूसरी ओर ऑफलाइन सवालों की संख्या 1301 है। विधानसभा सचिवालय ने विधायकों के सवाल के जवाब तय समय सीमा में सरकार से मांगे हैं ताकि सदन की कार्यवाही के दौरान विधायकों को सवालों के सटीक और सही जवाब मिल सकें।
विभाग प्रमुख जुटे जवाब भेजने की तैयारी में
विधायकों द्वारा 28 जुलाई से शुरू होकर 8 अगस्त तक चलने वाले विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर किए गए भारी संख्या में सवाल सामने आने के बाद अब सरकार इनके जवाब तैयार करा रही है। इसके लिए सभी विभागों के प्रमुख सचिव और सचिव स्तर के अधिकारी मंत्रालय में सवालों के जवाब तैयार कराने और विधानसभा सचिवालय को जवाब भेजने के काम में जुटे हैं। विधायकों के सवालों के जवाब देने के लिए दूसरे कामों को इस समय प्राथमिकता से बाहर किया गया है।
तोमर बले, विधेयकों पर होगा विचार विमर्श
इसके पहले सोमवार को विधायकों के लिए बनाए जा रहे फ्लैट के भूमिपूजन कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि यह सत्र प्रदेश के हित में बेहद उपयोगी और सार्थक रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से लाए गए विधेयकों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा और पक्ष-विपक्ष दोनों मिलकर राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
तोमर ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी दल सदन की गरिमा बनाए रखते हुए रचनात्मक बहस करें। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मजबूत होगी।