MP में 30 नहीं 29 मेडिकल कॉलेजों में मिलेगा प्रवेश: दो नए सरकारी कॉलेज अभी शुरू नहीं हुए; विभाग ने दी धोखाधड़ी से बचने की सलाह – Bhopal News

MP में 30 नहीं 29 मेडिकल कॉलेजों में मिलेगा प्रवेश:  दो नए सरकारी कॉलेज अभी शुरू नहीं हुए; विभाग ने दी धोखाधड़ी से बचने की सलाह – Bhopal News



फर्जी प्रवेश ऑफर और वेबसाइट से रहें सावधान।

मध्यप्रदेश (MP) में सोमवार से एलिजिबल कैंडिडेट्स के लिए डायरेक्टरेट ऑफ मेडिकल एजुकेशन (DME) पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो गए हैं। इस कड़ी में DME द्वारा नीट यूजी 2025 में शामिल कॉलेजों की लिस्ट भी जारी की गई है। इसके अनुसार, इस बार 30 नहीं बल्

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इसकी वजह है कि नेशनल मेडिकल काउंसिल ने इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज की सभी 250 सीटें हटा दी हैं, यह साल कॉलेज के लिए ‘जीरो ईयर’ रहेगा। वहीं, इंदौर के ही एलएनसीटी कॉलेज और सेवा-कुंज अस्पताल की भी 50 सीटें घटा दी गई हैं।

इधर, तमाम प्रयासों के बाद भी प्रदेश में दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेज (श्योपुर और सिंगरौली) इस सत्र में शुरू नहीं हो सके हैं। ऐसे में नए सत्र 2025 में MBBS की सीटें बीते साल की तुलना में 300 कम रह गई हैं। बता दें, सीटों की सही गणना DME द्वारा सीट चार्ट जारी होने के बाद ही साफ हो सकेगी। हालांकि, जानकारों की मानें तो इस बार करीब 4500 सीटों पर स्टूडेंट्स को प्रवेश मिलेगा। यह संख्या बीते साल 4800 से अधिक थी।

बता दें, BDS में प्रवेश के लिए इस साल भी बीते साल की तरह सभी 13 डेंटल कॉलेजों के विकल्प खुले हुए हैं, जिनमें एक सरकारी डेंटल कॉलेज (इंदौर) भी शामिल है।

11 सीनियर फैकल्टी के ट्रांसफर का प्लान हुआ फेल

प्रदेश में दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेज श्योपुर और सिंगरौली शुरू करने के लिए प्रदेश के पुराने मेडिकल कॉलेजों से 11 सीनियर फैकल्टी का ट्रांसफर भी किया गया था, ताकि साल 2025-26 के लिए MBBS कोर्स शुरू किया जा सके। लेकिन, इनमें से सिर्फ आधी फैकल्टी ने ही ट्रांसफर को स्वीकार किया था। वहीं, अन्य में से किसी ने मेडिकल ग्राउंड तो किसी ने कोर्ट का रुख किया, जिससे उन्हें स्टे मिल गया।

इसके अलावा इन मेडिकल कॉलेजों में नई फैकल्टी की नियुक्ति के भी प्रयास किए गए। इन तमाम कोशिशों के बाद भी इस सत्र में इनमें MBBS कोर्स संचालित करने में विभाग असफल रहा।

सरकारी मेडिकल कॉलेज (MBBS)

  1. गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल
  2. गजराराजा मेडिकल कॉलेज, ग्वालियर
  3. महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, इंदौर
  4. नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर
  5. श्याम शाह मेडिकल कॉलेज, रीवा
  6. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज, सागर
  7. शासकीय मेडिकल कॉलेज, दतिया
  8. अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय मेडिकल कॉलेज, विदिशा
  9. शासकीय मेडिकल कॉलेज, रतलाम
  10. नंदकुमार सिंह चौहान शासकीय मेडिकल कॉलेज, खंडवा
  11. शासकीय मेडिकल कॉलेज, शहडोल
  12. छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, छिंदवाड़ा
  13. श्रीमंत रानी लक्ष्मीबाई सिंधिया मेडिकल कॉलेज, शिवपुरी
  14. शासकीय मेडिकल कॉलेज, सतना
  15. सुंदरलाल पटवा शासकीय मेडिकल कॉलेज, मंदसौर
  16. शासकीय मेडिकल कॉलेज, सिवनी
  17. वीरेंद्र कुमार सखलेचा शासकीय मेडिकल कॉलेज, नीमच

प्राइवेट मेडिकल कॉलेज (MBBS)

  1. पीपुल्स कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस, भोपाल
  2. श्री औरोबिंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, इंदौर
  3. आर.डी. गार्डी मेडिकल कॉलेज, उज्जैन
  4. एल.एन. मेडिकल कॉलेज, भोपाल
  5. आर.के.डी.एफ. मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, भोपाल
  6. महावीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, भोपाल
  7. सुख सागर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जबलपुर
  8. एलएनसीटी मेडिकल कॉलेज एंड सेवा-कुंज हॉस्पिटल, इंदौर
  9. अमलतास मेडिकल कॉलेज, देवास
  10. रामकृष्णा मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, भोपाल
  11. स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस, श्री सत्य साई यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मेडिकल साइंसेज, सीहोर
  12. चिरायु मेडिकल कॉलेज, भोपाल

डेंटल कॉलेज (BDS)

  1. शासकीय स्वायत्त दंत महाविद्यालय, इंदौर
  2. इंडेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंस, इंदौर
  3. आर.के.डी.एफ. डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, भोपाल
  4. पीपुल्स कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस, भोपाल
  5. श्री औरोबिंदो कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री, इंदौर
  6. कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल, राऊ, इंदौर
  7. ऋषिराज कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड रिसर्च सेंटर, भोपाल
  8. भाभा कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस, भोपाल
  9. महाराणा प्रताप कॉलेज ऑफ डेंटिस्ट्री एंड रिसर्च सेंटर, ग्वालियर
  10. गुरु गोविंद सिंह कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस, बुरहानपुर
  11. पीपुल्स डेंटल एकेडमी, भोपाल
  12. मॉडर्न डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर, इंदौर
  13. मानसरोवर डेंटल कॉलेज, भोपाल
  14. हितकारिणी डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जबलपुर

धोखाधड़ी से बचने की सलाह

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने NEET UG 2025 की काउंसिलिंग में भाग लेने वाले सभी छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि छात्र अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, रोल नंबर, NEET एप्लिकेशन नंबर और बैंक डिटेल्स किसी भी अनजान व्यक्ति या कियोस्क के साथ साझा न करें। यह धोखाधड़ी से बचने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

अधिकारियों ने छात्रों को किसी भी दलाल या काउंसलर के झांसे में न आने की सलाह दी है। सीट आवंटन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन और पारदर्शी तरीके से होती है, जिसका आधार केवल अभ्यर्थी द्वारा भरी गई चॉइस फिलिंग और उनकी NEET मेरिट होती है।

प्रोफाइल बनाते समय यह सुनिश्चित करें कि आप अपनी स्वयं की रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और बैंक डिटेल्स ही दर्ज करें, क्योंकि OTP और रिफंड की राशि इन्हीं डिटेल्स पर भेजी जाएगी। छात्रों को उलझन में डालने वाली जानकारी पर विश्वास न करने की सलाह दी गई है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) –

प्रश्न : क्या एनआरआई उम्मीदवार एनआरआई कोटे की सीटों के अलावा सामान्य श्रेणी (ओपन कैटेगरी) की सीटों के लिए भी योग्य हैं?

उत्तर: हां, एनआरआई उम्मीदवार अपनी योग्यता और मेरिट के आधार पर सामान्य श्रेणी की अनारक्षित (कोई आरक्षण नहीं) सीटों के लिए भी आवंटन के पात्र हैं।

प्रश्न : क्या एनआरआई उम्मीदवार को एनआरआई कोटे की सीटों के लिए अलग से रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) कराना होगा?

उत्तर: नहीं, एनआरआई उम्मीदवार को एनआरआई कोटे की सीटों के लिए केवल एक ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

प्रश्न : यदि मुझे पहले चरण की काउंसिलिंग में मिली सीट पर मैं प्रवेश नहीं लेता हूx, तो क्या मैं आगे के चरणों की काउंसिलिंग के लिए पात्र रहूंगा?

उत्तर: हां, यदि आप पहले चरण की काउंसिलिंग में आवंटित सीट पर प्रवेश नहीं लेते हैं, तो आप आगे के चरणों की काउंसिलिंग के लिए पात्र रहेंगे।

प्रश्न : क्या सैनिक वर्ग के 3% क्षैतिज आरक्षण (Horizontal Reservation) के लिए पैरामेडिकल फोर्स (जैसे BSF, CRPF आदि) में कार्यरत व्यक्तियों के बेटे/बेटियां भी पात्र हैं?

उत्तर: नहीं। केवल भारतीय सेना के तीनों अंगों (थल सेना, जल सेना और वायु सेना) में कार्यरत/सेवानिवृत्त/शहीद/युद्ध में विकलांग व्यक्तियों के बच्चे ही इस आरक्षण के पात्र हैं।

प्रश्न : सरकारी स्कूल के छात्रों के लिए 5% क्षैतिज आरक्षण की पात्रता क्या है?

उत्तर: मध्य प्रदेश राज्य के उन छात्रों को सरकारी स्कूल के छात्र वर्ग के तहत 5% आरक्षण मिलेगा, जिन्होंने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों से कक्षा 6वीं से 12वीं तक नियमित पढ़ाई और परीक्षा पास की हो। या फिर, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के माध्यम से कक्षा 1 से 8वीं तक निजी स्कूलों में पढ़ने के बाद सरकारी स्कूल में कक्षा 9वीं से 12वीं तक नियमित पढ़ाई और परीक्षा पास की हो।

प्रश्न : यदि कोई उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन के समय एक से अधिक श्रेणियों के लिए पात्र है, तो क्या वह एक से अधिक श्रेणियों का लाभ ले सकता है?

उत्तर: नहीं। उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन के समय विकलांग, सैनिक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और सरकारी स्कूल के छात्र – इन विकल्पों में से अपनी पात्रता के अनुसार केवल एक विकल्प चुन सकता है।

प्रश्न : यदि मुझे पहले चरण की काउंसिलिंग में कोई सीट नहीं मिली है, तो क्या मैं दूसरे चरण की काउंसिलिंग के लिए पात्र रहूंगा?

उत्तर: हां, यदि आपको पहले चरण की काउंसिलिंग में कोई सीट आवंटित नहीं हुई है, तो आप दूसरे चरण की काउंसिलिंग के लिए पात्र रहेंगे।

प्रश्न : क्या राज्य स्तरीय काउंसिलिंग में अपग्रेडेशन (बेहतर सीट चुनने) का विकल्प केवल पहले चरण में प्रवेश के बाद ही उपलब्ध है?

उत्तर: राज्य स्तरीय काउंसिलिंग में जिन उम्मीदवारों ने पहले या दूसरे चरण में प्रवेश ले लिया है, उन्हें अपग्रेडेशन का विकल्प चुनने की सुविधा मिलेगी।

प्रश्न : क्या रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया केवल एक ही बार की जाएगी?

उत्तर: रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया काउंसिलिंग से पहले घोषित कार्यक्रम के अनुसार की जाएगी। दूसरे चरण के बाद और मॉप-अप चरण से पहले रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को एक बार फिर खोला जाएगा। पहले चरण से पहले पंजीकृत उम्मीदवार को दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता नहीं है।

प्रश्न : मॉप-अप चरण के लिए पात्रता क्या होगी?

उत्तर: मॉप-अप चरण के लिए पात्रता इस प्रकार होगी:

  • ऐसे उम्मीदवार जिन्हें काउंसिलिंग के पहले और दूसरे दौर में आवंटन आदेश जारी नहीं किया गया है।
  • ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने पहले या दूसरे चरण की काउंसिलिंग में सीट मिलने के बाद प्रवेश लिया है और बेहतर विकल्प (अपग्रेडेशन) का चयन किया है।

प्रश्न : मुझे पहले चरण में एनआरआई कोटे से पहली चॉइस की सीट मिली थी, मैंने उस पर प्रवेश ले लिया है। अब मैं दूसरे चरण में दूसरे कॉलेज में प्रवेश लेना चाहता हूँ, क्या यह संभव है?

उत्तर: इसके लिए पहले चरण में प्रवेश के बाद उम्मीदवार लॉगिन पर उपलब्ध अपग्रेडेशन का विकल्प चुनना होगा, और दूसरे चरण की काउंसिलिंग में फिर से चॉइस फिलिंग और लॉकिंग करनी होगी।

प्रश्न : क्या नीट यू.जी. काउंसिलिंग 2025 के लिए मध्य प्रदेश के बाहर के उम्मीदवार पात्र हैं?

उत्तर: दूसरे चरण और उसके बाद के चरणों में, यदि मध्य प्रदेश के स्थानीय/मूल निवासी उम्मीदवार मेरिट में उपलब्ध नहीं होते हैं, तो सीटें राज्य के बाहर के उम्मीदवारों को मेरिट-कम-चॉइस के आधार पर आवंटित की जाएंगी।

प्रश्न : यदि मुझे काउंसिलिंग के किसी चरण में सीट आवंटित होती है, तो मुझे क्या करना होगा?

उत्तर: यदि काउंसिलिंग के किसी चरण में आपको सीट आवंटित होती है, तो आपको आवंटन आदेश की प्रति के साथ अनुसूची-3 में बताए गए आवश्यक दस्तावेज लेकर स्वयं आवंटित कॉलेज में जाकर मध्य प्रदेश चिकित्सा शिक्षा प्रवेश नियम 2018 के बिंदु क्रमांक 10 के तहत प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित समय सीमा में पूरी करनी होगी। प्रवेश प्रक्रिया तभी पूरी मानी जाएगी जब ऑनलाइन माध्यम से पूरा शैक्षणिक शुल्क जमा कर दिया जाएगा।

प्रश्न: क्या मैं बेहतर सीट (अपग्रेड) का विकल्प भर सकता हूं?

उत्तर: पहले चरण/दूसरे चरण में प्रवेश के बाद, उम्मीदवार अपने कैंडिडेट लॉगिन से बेहतर विकल्प (अपग्रेडेशन) का विकल्प भर सकता है।



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