Karun Nair Test Career: भारत ने मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ अपनी प्लेइंग 11 में तीन बदलाव किए. इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया. भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने सस्पेंस को समाप्त करते हुए बताया कि साई सुदर्शन और शार्दुल ठाकुर की वापसी हुई है. तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने डेब्यू किया. नीतीश रेड्डी और आकाश दीप चोट के कारण नहीं खेल पाए. करुण नायर को बाहर कर दिया गया. सबसे ज्यादा चर्चा इसी फैसले को लेकर हो रही है.
6 पारियों में अर्धशतक नहीं
करुण नायर को प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने के बाद प्रशंसक यह सवाल पूछ रहे हैं कि क्या यह उनके टेस्ट करियर का अंत है. 3000 से अधिक दिनों के बाद भारतीय टीम में करुण की शानदार वापसी हुई थी. उन्होंने घरेलू सर्किट में जबरदस्त प्रदर्शन करके चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा था. वह इसका फायदा नहीं उठा पाए. करुण ने 6 पारियों में कोई अर्धशतक नहीं लगाया.
घरेलू क्रिकेट में हीरो
करुण ने विदर्भ के 2024-25 रणजी ट्रॉफी खिताब में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे बल्लेबाज थे. उन्होंने 16 पारियों में 53.93 की औसत से 863 रन बनाए, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल थे. विजय हजारे ट्रॉफी में भी उनका फॉर्म जारी रहा. उन्होंने आठ पारियों में 389.50 के शानदार औसत और 124.04 के स्ट्राइक रेट से 779 रन बनाए. इसमें पांच शतक और एक अर्धशतक शामिल है. उन्होंने भारत ‘ए’ बनाम इंग्लैंड लायंस मैचों के दौरान भी प्रभावित किया. नायर ने पहले अनौपचारिक टेस्ट में दोहरा शतक जड़ा था.
यादगार वापसी नहीं
इतने शानदार प्रदर्शनों के बाद करुण से एक यादगार सीरीज की उम्मीद थी. वह सफल नहीं हो पाए और छह पारियों में सिर्फ 131 रन बना सके. उनका औसत 21 से थोड़ा अधिक रहा. करुण अपनी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने के लिए संघर्ष करते रहे. इस कारण उनकी आलोचना होती रही. टीम मैनेजमेंट का सब्र 6 पारियों के बाद समाप्त हो गया और उन्हें बाहर बैठने के लिए कह दिया गया.
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टेस्ट करियर का अंत?
भारतीय टीम के फैंस 33 वर्षीय करुण के प्रति सहानुभूति रख रहे हैं. कई लोगों को लगा कि यह उनके टेस्ट करियर का अंत है. अब उन्हें शायद ही कभी मौका मिल सके. नायर ने इस सीरीज के पहले टेस्ट में 8 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की थी. वह इसे यादगार नहीं बना पाए. वह टेस्ट मैचों में एक तिहरा शतक के अलावा कोई भी अर्धशतक नहीं बना पाए.
शुभमन गिल ने किया था समर्थन
करुण को बाहर किए जाने की दिलचस्प बात यह थी कि मैनचेस्टर टेस्ट की पूर्व संध्या पर भारत के कप्तान शुभमन गिल ने सार्वजनिक रूप से उनका समर्थन किया था. गिल ने कहा था कि 33 वर्षीय यह खिलाड़ी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है और उन्हें उम्मीद थी कि वह जल्द ही चीजों को बदल देगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने कहा था, ”हाँ, हमने उनसे बातचीत की है, लेकिन हमें लगता है कि वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं. पहला मैच उन्होंने इस नंबर पर वास्तव में नहीं खेला था. जब कोई खिलाड़ी इस तरह की सीरीज में वापसी कर रहा होता है तो यह मुश्किल होता है. मुझे नहीं लगता कि बल्लेबाजी में कोई समस्या रही है. वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि वह चीजों को बदल पाएंगे.” प्रशंसक इससे खुश नहीं थे और उन्होंने सवाल उठाया कि टीम प्रबंधन मैच की पूर्व संध्या पर खिलाड़ियों का समर्थन क्यों करता है और फिर उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर क्यों कर देता है.
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FAQ:
1. करुण नायर ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू कब किया था?
उत्तर- करुण नायर ने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ 2016 में डेब्यू किया था. मोहाली में उन्होंने एक पारी में बैटिंग की थी और 4 रन बनाए थे.
2. भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज कौन हैं?
उत्तर- भारत के लिए वीरेंद्र सहवाग ने सबसे ज्यादा दो तिहरा शतक लगाया है. वीरेंद्र सहवाग ने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 309 और 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में 319 रन बनाए थे.
3. करुण नायर ने तिहरा शतक कब लगाया था?
उत्तर- करुण नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ दिसंबर 2016 में चेन्नई में ही नाबाद 303 रन की पारी खेली थी.