डॉक्टर कोई वैध अनुमति या रजिस्ट्रेशन दस्तावेज नहीं दिखा सके।
मुरैना जिले के कैलारस कस्बे में संचालित सिसोदिया क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बिना लाइसेंस के संचालित हो रही अल्ट्रासाउंड मशीन को जब्त किया। पांच सदस्यीय टीम ने क्लीनिक में छापा मारकर मशीन समेत अन्य उपकरण कब्जे में ल
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स्वास्थ्य विभाग की पांच सदस्यीय टीम ने डॉ. आनंद बंसल के नेतृत्व में यह कार्रवाई की। छापे के दौरान क्लीनिक में एक अल्ट्रासाउंड मशीन चालू हालत में मिली, लेकिन डॉक्टर कोई वैध अनुमति या रजिस्ट्रेशन दस्तावेज नहीं दिखा सके। नियमों के उल्लंघन के चलते मशीन को जब्त कर लिया गया।
तीन डॉक्टर चला रहे थे क्लीनिक, मिलीं कई अनियमितताएं सिसोदिया क्लीनिक का संचालन डॉ. जितेंद्र सिसोदिया, डॉ. पायल सिसोदिया और डॉ. सुधा बंसल कर रहे थे। प्राथमिक जांच में क्लीनिक में कई तरह की अनियमितताएं सामने आईं—जैसे बिना अनुमति अल्ट्रासाउंड जांच, दस्तावेजों में गड़बड़ी और पंजीकरण से जुड़ी संभावित खामियां।
बीएमओ और पुलिस टीम भी रही मौजूद इस कार्रवाई में बीएमओ कैलारस डॉ. मिश्रा और थाना कैलारस की पुलिस टीम भी स्वास्थ्य विभाग के साथ मौजूद रही। अधिकारियों ने मौके पर स्टाफ से पूछताछ की और सभी दस्तावेजों की जांच की। जब्त की गई मशीन और अन्य सामान को पुलिस ने कब्जे में लेकर आगामी जांच शुरू कर दी है।
डॉक्टरों का संबंध यूपी के आगरा से जानकारी के अनुसार, क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर मूल रूप से उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी हैं। वे नियमित रूप से आगरा से कैलारस आकर मरीजों का इलाज कर रहे थे। लेकिन क्लीनिक और अल्ट्रासाउंड मशीन के संचालन को लेकर जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं की गई थी, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
नियमों के अनुसार होगी आगे की कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद नियमों के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि दोष सिद्ध होते हैं तो संबंधित डॉक्टरों और क्लीनिक पर और सख्त कार्रवाई की जा सकती है।