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Jabalpur News: डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के बंगले से बाघ की खाल बरामद की गई है. यह करीब 30 साल पुरानी है. वह उसके आसन पर बैठकर शराब पीया करते थे. बंगले से शराब की 56 महंगी बोतलें भी मिली हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, जिस बाघ की खाल को डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के बंगले से बरामद किया गया है, वह 30 साल पुरानी है. उसके आसन पर बैठकर वह शराब पीया करते थे. उनके बंगले से 56 महंगी शराब की बोतलें मिली हैं, जिनकी कीमत करीब सवा लाख रुपये है. जानकारों की मानें, तो बाघ की खाल उन्हें ससुराल पक्ष ने गिफ्ट में दी थी. डिप्टी कमिश्नर के पिता तहसीलदार, तो वहीं उनके दादा वन विभाग में रह चुके हैं.
डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे ने अपने घर को मयखाना बना रखा था. घर के सजावट में करीब 20 लाख रुपये खर्च कर बिल्कुल लग्जरी होटल की तरह बनाया हुआ था. उनका पैतृक मकान आधारताल में है, जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये है. इतना ही नहीं, EOW की टीम को लॉकर से सोने-चांदी के जेवर भी मिले हैं, जिनकी कीमत 15 लाख रुपये से ज्यादा है. उन्होंने बैंक में करीब डेढ़ लाख रुपये की एफडी भी करा रखी थी. इसके अलावा लाखों रुपये की प्रॉपर्टी भी उनके नाम पर है.
डिप्टी कमिश्नर के तीनों ठिकानों पर मारा छापा
EOW की टीम ने डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद उनके जबलपुर के रामपुर में स्थित सरकारी आवास में, आधारताल स्थित पैतृक मकान और भोपाल के बाग मुगलिया में एक साथ तीनों जगह छापे मारे. छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए. बताया जा रहा है कि अभी भी डिप्टी कमिश्नर के खिलाफ कार्रवाई जारी है. सूत्रों के मुताबिक, बैंक लॉकरों सहित कई ठिकानों पर अभी छापेमारी कार्रवाई होनी है.
अभी तक डिप्टी कमिश्नर के भ्रष्टाचार मामले में EOW की टीम कार्रवाई कर ही रही थी लेकिन अब बाघ की खाल मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने भी शिकंजा कस लिया है. रेंजर अपूर्व प्रखर शर्मा ने बताया कि वन विभाग की टीम पतासाजी में जुट गई है कि आखिर डिप्टी कमिश्नर के पास बाघ की खाल कहां से आई थी और किन लोगों ने दी थी. वन विभाग ने वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मामला दर्ज कर खाल को जब्त कर लिया है.
कुछ समय पहले सागर में हुआ तबादला
डिप्टी कमिश्नर जगदीश सरवटे की अधिकांश शासकीय सेवा जबलपुर में ही हुई है. कुछ समय पहले ही उनका तबादला सागर में हुआ था. वहां वह आदिम जाति कल्याण विभाग में डिप्टी कमिश्नर के पद पर पदस्थ हैं और जबलपुर के परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र का भी अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं.