न सुपरमैन, ना माउंटेन मैन… ये है मध्यप्रदेश का स्टोनमैन, जो पिछले 45 सालों से इकट्ठे कर रहें अजीबो-गरीब पत्थर

न सुपरमैन, ना माउंटेन मैन… ये है मध्यप्रदेश का स्टोनमैन, जो पिछले 45 सालों से इकट्ठे कर रहें अजीबो-गरीब पत्थर


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Jabalpur News: जबलपुर के 72 वर्षीय गुलाब चंद गुप्ता पिछले 45 वर्षों से नर्मदा नदी की गहराइयों से दुर्लभ और रहस्यमयी पत्थरों का संग्रह कर रहे हैं. उनके पास तैरने वाले, पारदर्शी, और मानव अंग जैसी आकृति वाले पत्थर…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • जबलपुर के स्टोनमैन के अनोखे खजाने की चर्चा
  • नर्मदा के रहस्यमयी पत्थरों की कहानी जानें
  • पानी पीने वाले पत्थर से लेकर अर्धनारेश्वर शिवलिंग
जबलपुर. सुपरमैन, माउंटेन मैन के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं… मध्यप्रदेश के स्टोनमैन के बारे में, जो नर्मदा की गहराइयों में जाते हैं और कुदरत के अनोखे पत्थर खोज कर ले आते हैं. ऐसा वह एक या दो साल से नहीं बल्कि 45 साल से कर रहे हैं, जहां आप उन पत्थरों की आकृति को देखकर जरूर हैरत में पड़ जाएंगे.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं. मध्यप्रदेश के जबलपुर में रहने वाले 72 साल के गुलाब चंद गुप्ता की, जिन्होंने पत्थरों का संग्रह कर घर में संग्रहालय बना दिया है. उनके सूटकेस में मौजूद दर्जनों पत्थर शायद ही भारत में किसी के पास हो, जहां कुछ पत्थर ऐसे हैं जो पानी पी जाते हैं, तो वहीं कुछ पानी में तैरते रहते हैं. जबकि कुछ पत्थर ऐसे भी हैं जिसमें महिला और पुरुष की योनि, आंख और चेहरे तक दिखाई देती है.

10 से 12 फीट नीचे मिलते थे अनोखे स्टोन
लोकल 18 से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया 1965 से तैराकी कर रहे हैं. तैराकी का काफी शौक है. कई मेडल भी मिल चुके हैं. जब भी जबलपुर के नर्मदा तट के जिलहरी घाट जाते थे, तब मनमोहक पत्थर तैरने के दौरान दिखते थे, उन्हें इकट्ठा कर लेते थे. यह सिलसिला करीब 40 सालों तक लगातार चलता रहा. उन्होंने बताया यह अनोखे पत्थर 10 से 12 फीट नर्मदा के जल के नीचे जाने पर मिलते थे. यह पत्थर काफी दुर्लभ है. जिनकी अलग-अलग विशेषताएं भी हैं. उन्होंने दावा किया शायद ही ऐसा पत्थर भारत में किसी के पास हो.

हर पत्थर की अनोखी आकृति और रोचक कहानी 
उन्होंने बताया अर्धनारेश्वर शिवलिंग, जिसमें पुरुष और स्त्री की लिंग की आकृति दिखाई देती है. इसके अलावा यह पत्थर पारदर्शी भी है. एक स्टोन ऐसा जिसमें उल्लू और बंदर का चेहरा दिखाई देता है. इसके अलावा काले रंग का पत्थर भी है, जो पानी में हमेशा तैरता रहता है. एक पत्थर इस तरीके का है जिसमें पैर का अंगूठा दिखाई देता है जबकि उसे पलटने पर आंख दिखाई देती है. इसके अलावा नर्मदेश्वर ज्योतिर्लिंग है, जिसमें रोशनी आर-पार दिखाई देती है. जबकि कुछ ऐसे भी मानव के जीवाश्म है जहां हड्डियां पत्थर का रूप ले चुकी है.

घर में ही बना कर रखा है, संग्रहालय देखने आते हैं लोग
उन्होंने बताया सारे पत्थरों का संग्रह घर में संग्रहालय बनाकर रखा हुआ है, जिसे भी अनोखे पत्थरों की भनक लगते हैं, तब घर आते हैं. जिन्हें अनोखे पत्थर के बारे में निःशुल्क जानकारी भी देते हैं. इसके अलावा उन्होंने घर में विजिटर रजिस्टर भी बना रखा है, जिसमें अभी तक हजारों लोग आकर इन मनमोहन पत्थरों को देख कर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करा चुके हैं. लिहाजा एमपी के इस स्टोनमैन की चर्चा अब जोरों से है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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