बाइक रैली में 7 लाख पेट्रोल, 11.50 खाने पर खर्च: भोपाल DFO ने एक घंटे के कार्यक्रम में खर्च कर दिए 26.43 लाख; सीएम भी हुए थे शामिल – Bhopal News

बाइक रैली में 7 लाख पेट्रोल, 11.50 खाने पर खर्च:  भोपाल DFO ने एक घंटे के कार्यक्रम में खर्च कर दिए 26.43 लाख; सीएम भी हुए थे शामिल – Bhopal News


रातापानी टाइगर रिजर्व के लोकार्पण अवसर की तस्वीर (फाइल फोटो)

शहडोल के एक स्कूल दीवार में 4 लीटर पेंट की पुताई पर एक लाख रुपए से अधिक के खर्चा का खुलासा होने के बाद अब राजधानी भोपाल में वन विभाग के अफसरों का बड़ा कारनामा सामने आया है। भोपाल वन मंडल और वन मुख्यालय के अफसरों ने रातापानी अभ्यारण्य बनाए जाने पर टाइग

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इसमें अकेले बाइक में पेट्रोल के नाम पर ही 7 लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए। साथ ही खाने में 11.50 लाख का बिल बनाया गया है। 2.36 लाख हेलमेट पर खर्च कर दिए गए हैं। अब पूरे मामले की जांच के लिए आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से शिकायत की है।

भोपाल वन मंडल के अधिकारियों द्वारा यह बिल भुगतान के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी को भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि जनकल्याण पर्व पर बाइक रैली के लिए बजट आवंटन किया जाए। बिल पेश करने संबंधी पत्र में कहा गया है कि बाइकर्स को पेट्रोल का भुगतान आईएफएमआईएस से ग्लोबल बजट हेड से स्वीकृत करने की अनुमति दी जाए।

कार्यक्रम में सीएम यादव हुए थे शामिल

गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भी शामिल होने पहुंचे थे। खास बात यह है कि रातापानी टाइगर रिजर्व के लोकार्पण के नाम पर इतनी मोटी रकम खर्च की गई जबकि रातापानी टाइगर रिजर्व भोपाल वनमंडल का हिस्सा ही नहीं है। यह टाइगर रिजर्व पूरी तरह से रायसेन जिले में हैं और सीहोर का कुछ हिस्सा इसमें आता है। भोपाल, रायसेन और सीहोर के युवाओं की यह रैली रातापानी टाइगर रिजर्व के गोल जोड़ तक कराई गई थी।

इस बाइक रैली में सीएम और एक्टर रणदीप हुड्‌डा ने खुद बुलेट चलाई थी।

यह है पूरा मामला

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रायसेन और सीहोर जिले में स्थित रातापानी टाइगर रिजर्व के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस फैसले के बाद रातापानी टाइगर रिजर्व से दूर 13 दिसंबर 2025 को भोपाल वनमंडल अधिकारी लोक प्रिय भारती और प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) शुभ रंजन सेन द्वारा मिलकर जनकल्याण पर्व का आयोजन किया गया। इस दौरान बाइक रैली का आयोजन कराया गया और एक घंटे में चंद किलोमीटर के आयोजन में 26 लाख 43 हजार 652 रुपए खर्च किए गए।

कार्यक्रम में खर्च का यह पत्र सामने आया है।

कार्यक्रम में खर्च का यह पत्र सामने आया है।

कहां कितना खर्च बताया

  • बाइकर्स के पेट्रोल पर खर्च 6644 लीटर- 7 लाख 7 हजार 652
  • भोजन, पानी व्यवस्था – 11.50 लाख
  • समापन स्थल पर टेंट, फ्लेक्स और अन्य कार्य खर्च- 5 लाख 50 हजार
  • बाइकर्स को 500 हेलमेट पर खर्च – 2 लाख 36 हजार
  • कुल खर्च- 26 लाख 43 हजार 652 रुपए

आरटीआई एक्टिविस्ट ने मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को लिखा पत्र

मध्यप्रदेश राज्य कर्ज में डूबा है। मुख्यमंत्री 24 घंटे मध्यप्रदेश की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसलिए केवल 1 घंटे में इतना शाही खर्चा केवल भ्रष्टाचार का नमूना है। सभी संबंधित जिम्मेदार उच्च स्तरीय वन अफसर इस भ्रष्ट आचरण में आंख बंद कर शामिल रहे। दुबे के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रहे विश्व में वन प्रकृति वन्य जीवों के संरक्षण के लिए इतने बड़े पैमाने पर पेट्रोलियम ईंधन खर्च करना न्यायोचित नहीं है। इसलिए इस मामले में आरोपी अफसर, पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ शुभ रंजन सेन और भोपाल डीएफओ लोकप्रिय भारती को तत्काल हटाकर इसकी लोकायुक्त से जांच कराई जाए ताकि आरोपियों को दंड मिले तथा जनता के पैसे की वसूली हो।

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