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Tulsi Plant Care Tips: अगर आपका तुलसी का पौधा पूरी तरह मुरझाने लगा है, तो आप एक प्राकृतिक और घरेलू नुस्खे की मदद से इसे पहले की तरह हरा-भरा कर सकते हैं. (रिपोर्ट: सावन पाटिल)
तुलसी का पौधा धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टियों से खास है. सनातन धर्म में इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है. यही कारण है कि लगभग हर सनातनी के घर-आंगन या बालकनी में यह मिल जाता है. इसकी नियमित पूजा-अर्चना की जाती है. रोज़ाना जल भी चढ़ाया जाता है. हालांकि, इतनी देखभाल के बावजूद कई बार यह पौधा सूखने लगता है. चिंता तब ज्यादा होती है, जब सावन के महीने में भी तुलसी सूखे.

शास्त्रों के अनुसार, घर में सूखा हुआ तुलसी का पौधा रखना शुभ नहीं है. कुछ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह घर में आने वाली किसी विपत्ति का संकेत हो सकता है. अगर आपके घर का तुलसी का पौधा भी सूखने लगा है, तो घबराएं नहीं. इसे फिर से हरा-भरा करने के कुछ आसान और कारगर घरेलू उपाय यहां दिए गए हैं.

क्वीन ऑफ हर्ब्स के नाम से मशहूर तुलसी का पौधा कई कारणों से मुरझा सकता है. अक्सर लोगों को इसकी देखभाल का सही तरीका नहीं पता होता, जिसके चलते यह बार-बार सूखने लगता है. कुछ लोग ज़रूरत से ज़्यादा पानी या खाद डाल देते हैं. कई बार गलत जगह भी पौधे के सूखने का कारण बनती है. जैसे पौधा ऐसी जगह पर हो जहां उसे बहुत कम धूप मिले या बहुत देर तक धूप मिले. तुलसी को ऐसी जगह पर लगाना चाहिए, जहां उसे पर्याप्त रोशनी मिले, लेकिन तेज़ धूप से बचाव हो.

अत्यधिक ठंड या पाला भी तुलसी के पौधे को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे वह सूखने लगता है. अगर मिट्टी की गुणवत्ता अच्छी नहीं है, यानी उसमें पोषक तत्वों की कमी है या जल निकासी की सही व्यवस्था नहीं है, तो भी पौधा स्वस्थ नहीं रह पाता और सूख जाता है. कीड़े लगने या किसी अन्य तरह के फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण के कारण भी हरा-भरा तुलसी का पौधा खराब हो सकता है.

अगर आपका तुलसी का पौधा पूरी तरह मुरझाने लगा है, तो आप एक प्राकृतिक और घरेलू नुस्खे की मदद से इसे पहले की तरह हरा-भरा कर सकते हैं. इसके लिए आपको गोबर और नीम की पत्तियों का इस्तेमाल करना होगा. ये दोनों ही चीजें प्राकृतिक रूप से पौधे के लिए बहुत फायदेमंद हैं.

गोबर पाउडर तैयार करें: सबसे पहले, सूखे गोबर को इकट्ठा करें. यह आसानी से गांव-देहात में या खाद की दुकानों पर मिल जाता है. गोबर को धूप में अच्छी तरह से सुखा लें, ताकि उसमें नमी न रहे. सूख जाने के बाद, उसे पीसकर बारीक पाउडर बना लें. गोबर एक उत्कृष्ट प्राकृतिक खाद है, जो नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो पौधे के विकास के लिए आवश्यक है.

नीम की पत्तियों का पाउडर तैयार करें: इसी तरह, नीम की पत्तियों को इकट्ठा करें और उन्हें भी अच्छी तरह से धूप में सुखा लें. जब पत्तियां पूरी तरह सूख जाएं, तो उन्हें पीसकर बारीक पाउडर बना लें. नीम अपनी एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और कीटनाशक गुणों के लिए जानी जाती है. यह पौधे को विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और हानिकारक कीटों से बचाने में मदद करती है.

नीम की पत्तियों का पाउडर तैयार करें: इसी तरह, नीम की पत्तियों को इकट्ठा करें और उन्हें भी अच्छी तरह से धूप में सुखा लें. जब पत्तियां पूरी तरह सूख जाएं, तो उन्हें पीसकर बारीक पाउडर बना लें. नीम अपनी एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और कीटनाशक गुणों के लिए जानी जाती है. यह पौधे को विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और हानिकारक कीटों से बचाने में मदद करती है.