Real Life Shravan Kumar: कांवड़ पर माता-पिता को 20 KM ले गए कोटेश्वर धाम, बालाघाट में फेमस हुए दो बेटे

Real Life Shravan Kumar: कांवड़ पर माता-पिता को 20 KM ले गए कोटेश्वर धाम, बालाघाट में फेमस हुए दो बेटे


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Kanwar Yatra Viral Video: मध्यप्रदेश के बालाघाट में बेटे बने श्रवण कुमार, माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर 20 किलोमीटर पैदल चलकर कोटेश्वर धाम में कराया जलाभिषेक. भावुक कर देगा वायरल वीडियो.

हाइलाइट्स

  • बालाघाट में बेटे बने श्रवण कुमार, माता-पिता को कांवड़ पर ले गए.
  • 20 किलोमीटर पैदल चलकर कोटेश्वर धाम में कराया जलाभिषेक.
  • वायरल वीडियो ने लोगों को भावुक कर दिया, श्रद्धा से भर उठे.

सावन का महीना है और शिवभक्ति अपने चरम पर है. देशभर में कांवड़ यात्रा जोरों पर है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने हर किसी को भावुक कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को देखकर रामायण के श्रवण कुमार की याद ताज़ा हो जाती है.

कांवड़ पर माता-पिता को बैठाकर 20 KM पैदल चले बेटे

बालाघाट जिले के लांजी ब्लॉक के कोसमारा गांव से कुछ बेटे अपने माता-पिता को कांवड़ पर बैठाकर करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन कोटेश्वर धाम ले गए. यह यात्रा सिर्फ कोई धार्मिक परंपरा नहीं थी, बल्कि एक पुरानी मनोकामना और बेटों की श्रद्धा की मिसाल थी.

वायरल वीडियो में दिखी भक्ति की तस्वीर

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि दो अलग-अलग कांवड़ में बुजुर्ग माता और पिता को बैठाया गया है. चारों ओर “बोल बम” के जयकारे गूंज रहे हैं और भक्तजन झूमते हुए मंदिर की ओर बढ़ते जा रहे हैं. यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इसे देखकर श्रद्धा से भर उठे हैं.

दो साल पुरानी मन्नत इस बार हुई पूरी

बेटे भीमराज नेताम ने बातचीत में बताया कि दो साल पहले परिवार ने गांव में शिव मंदिर बनाने की योजना बनाई थी. साथ ही यह मन्नत भी थी कि माता-पिता को कांवड़ पर बैठाकर भगवान कोटेश्वर के दर्शन करवाएंगे. मंदिर तो बन गया, लेकिन कोरोना और पारिवारिक परिस्थितियों के चलते यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी. इस बार सावन में सभी भाइयों ने मिलकर यह प्रण लिया और सोमवार को यह यात्रा पूरी कर ली.

कोटेश्वर धाम में किया जलाभिषेक

शाम पांच बजे यह भावुक यात्रा कोटेश्वर धाम पहुंची. मंदिर में माता-पिता ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया. परिवार के साथ चाचा जलम नेताम सहित कई परिजन भी मौजूद थे. गांव से लेकर मंदिर तक, हर जगह लोगों ने इन्हें श्रद्धा से देखा और उनकी सेवा भावना की सराहना की.

पूरे बालाघाट में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

सावन के इस पावन महीने में बालाघाट जिले के तमाम शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है. लांजी का कोटेश्वर धाम दूर-दूर तक प्रसिद्ध है और यहां हर साल हजारों कांवड़िए जलाभिषेक के लिए आते हैं. लेकिन इस बार श्रवण कुमार जैसे बेटों की भक्ति ने इस यात्रा को खास बना दिया.

श्रद्धा और सेवा की मिसाल बना ये परिवार

ये सिर्फ एक वीडियो नहीं, बल्कि उन मूल्यों की याद दिलाने वाला दृश्य है जो आज की भागदौड़ भरी दुनिया में कहीं खोते जा रहे हैं. यह परिवार आज उन सभी लोगों के लिए मिसाल बन गया है जो अपने माता-पिता की सेवा को ही सबसे बड़ा धर्म मानते हैं.

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Real Life Shravan Kumar: कांवड़ पर माता-पिता को 20 KM ले गए कोटेश्वर धाम!



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