किसान बोले-हरियाली अमावस्या पर खेतों में नहीं होते कृषि कार्य: उमरिया और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पौधों को नुकसान पहुंचाने से बचते हैं ग्रामीण – Umaria News

किसान बोले-हरियाली अमावस्या पर खेतों में नहीं होते कृषि कार्य:  उमरिया और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पौधों को नुकसान पहुंचाने से बचते हैं ग्रामीण – Umaria News



उमरिया जिला मुख्यालय और ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली अमावस्या पर कृषि से जुड़े कार्य नहीं किए जाते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि इस दिन हरे-भरे पेड़ों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।

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लालपुर के किसान गुड्डा ने बताया कि हरियाली अमावस्या पर मैंने खेत में रोपाई का काम बंद कर दिया है। हमारे पूर्वजों ने सिखाया है कि इस दिन हरे-भरे पेड़-पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। हम पेड़ों के आसपास भी नहीं जाते हैं ताकि भूलवश भी कोई नुकसान न हो।

हरे-भरे पौधों और वृक्षों का होता है सम्मान

किसान राम भजन ने बताया कि हरियाली अमावस्या एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन हरे-भरे पौधों और वृक्षों का सम्मान किया जाता है। खेतों में छोटे-छोटे पेड़-पौधे लगे होते हैं, जिन्हें अनजाने में नुकसान हो सकता है। इसलिए लोग खेतों में नहीं जाते और दूर से ही टकवारी करते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में हरा-भरा कचरा भी नहीं उखाड़ा जाता

ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली अमावस्या पर लोग घरों में विशेष पकवान बनाते हैं और सब एक साथ बैठकर भोजन करते हैं। हरियाली अमावस्या पर पेड़-पौधों की पूजा की जाती है। पौधारोपण, कटाई-छंटाई जैसे कार्य भी इस दिन नहीं किए जाते। यहां तक कि ग्रामीण क्षेत्रों में हरा-भरा कचरा भी नहीं उखाड़ा जाता है।



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