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Jabalpur News: शैतान सिंह दिव्यांग हैं. वह पीएचडी कर चुके हैं. उनका सपना एसडीएम बनने का था. इसके लिए वह एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी भी कर रहे थे. कोचिंग के लिए पिता ने उनके अकाउंट में करीब डेढ़ लाख रुपये ट्रांस…और पढ़ें
शैतान सिंह पीएचडी कर चुके हैं. अब सपना पूरा करने के लिए उड़ान भरने जा रहे थे. एसडीएम बनने का सपना था. एमपीपीएससी एग्जाम की तैयारी भी कर रहे थे, जिसके लिए पिता ने करीब डेढ़ लाख रुपये अकाउंट में ट्रांसफर किए थे लेकिन शैतान सिंह को भी नहीं पता था कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाएंगे.
शैतान सिंह ने लोकल 18 से अपना दर्द बयां किया. उन्होंने बताया कि उनके पिता किसान हैं. घर की पारिवारिक स्थिति सही नहीं है. वह जब दो साल के थे, तब बीमार हो गए थे. तभी से पोलियो है. उनका परिवार कटनी में रहता है. वह पढ़ाई के चलते जबलपुर आ गए और हॉस्टल में रहकर जबलपुर से ही पूरी पढ़ाई की. पढ़ाई के बाद नौकरी की तलाश में थे लेकिन सोच रहे थे कि एमपीपीएससी की परीक्षा दे दें और क्या पता एसडीएम बन जाएं या फिर असिस्टेंट प्रोफेसर लेकिन अब सपने के ऊपर काले बादल मंडरा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि पैसे जोड़कर 20 हजार रुपये का ऑनलाइन सोना गूगल पे से खरीदा था. मोबाइल में स्क्रीनशॉट भी था. उन्हें पैसे की जरूरत थी. सोने को पाने के लिए गूगल में जाकर गूगल पे का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया और फिर कॉल लगाया. फोन पर उन्होंने बताया कि पांच मिनट के भीतर सारा पैसा रिफंड हो जाएगा. व्हाट्सएप नंबर लिया गया और एक ऐप भी डाउनलोड कराया. ऐप डाउनलोड करने के साथ ही उनका मोबाइल हैक हो गया.
पुलिस ने सीज किए बैंक अकाउंट
शैतान सिंह ने आगे बताया कि पिता ने उनके अकाउंट में कोचिंग के लिए 1 लाख 41 हजार रुपये डाले थे. उस फोन कॉल के बाद सारे पैसे अकाउंट से निकाल लिए गए. जैसे ही मोबाइल में मैसेज आया, उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ साइबर फ्रॉड किया गया है, जिसको लेकर जबलपुर के सिविल लाइन थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. इस पूरे मामले में सिविल लाइन थाना प्रभारी अनूप नामदेव का कहना है कि पीड़ित ने लिखित शिकायत दी है, जिसके आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है. शैतान सिंह का अकाउंट सहित जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए, उसे भी सीज कर दिया गया है. जल्द ही साइबर ठग को गिरफ्तार कर पैसे रिफंड कराने का प्रयास किया जाएगा.