मौसम: खंड वर्षा के असर से मुरार व सिटी सेंटर क्षेत्र में 48.6 मिमी बारिश, लश्कर में सिर्फ बूंदाबांदी – Gwalior News

मौसम:  खंड वर्षा के असर से मुरार व सिटी सेंटर क्षेत्र में 48.6 मिमी बारिश, लश्कर में सिर्फ बूंदाबांदी – Gwalior News



चार दिन से शहर में बारिश नहीं हो रही थी। इससे उमस भरी गर्मी लोगों को बेचैन कर रही थी। लेकिन बुधवार को सुबह व दोपहर के समय मुरार, थाटीपुर व सिटी सेंटर क्षेत्र में जमकर बादल बरसे। वहीं लश्कर क्षेत्र में केवल बूंदाबांदी हो सकी। मौसम विभाग के अनुसार यह

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सीवी क्लाउड जिस क्षेत्र में अधिक सक्रिय रहते हैं, वहां ज्यादा बारिश होती है। मुरार, थाटीपुर व सिटी सेंटर क्षेत्र में सीवी क्लाउड अधिक सक्रिय रहे, जिसके चलते कुछ क्षेत्र में अधिक बारिश हुई। इस दाैरान मौसम कार्यालय में 48.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवातीय घेरा सक्रिय है। यह अगले 48 घंटे के दौरान एक निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील होगा।

बारिश के चलते बुधवार को अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मानसून सीजन में अब तक 754.6 मिमी बारिश हो चुकी है। यह अब तक के कोटे से 511 मिमी ज्यादा है। अधिकतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 31.5 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 26.5 डिग्री दर्ज किया गया।

खंड वर्षा का कारण सीवी क्लाउड

भास्कर एक्सपर्ट – एके शुक्ला, मौसम वैज्ञानिक

सीवी क्लाउड ( क्यूम्यलोनिंबस क्लाउड) बनने से ऊपर की ओर हवाएं होती हैं, जो बारिश को एक ही स्थान पर केंद्रित करती हैं। जिससे तेज बारिश होती है। सीवी क्लाउड गर्म, नम हवा के ऊपर उठने और ठंडी हवा के साथ मिलने से बनते हैं। यह प्रक्रिया तब होती है जब सूर्य की गर्मी पृथ्वी की सतह को गर्म करती है, जिससे हवा ऊपर उठती है। ऐसी बादल जहां ज्यादा सक्रिय होते हैं, वहां अधिक बारिश होती है।

आधे घंटे की बारिश में सड़कों से कॉलोनियों तक जल भराव

शहर की ड्रेनेज व्यवस्था चौपट होने से गुरुवार दोपहर को हुई सिर्फ आधे घंटे की बारिश में सड़कों से कॉलोनियों तक जल भराव के हालात बन गए। सुबह खिली धूप में स्कूल गए बच्चे सड़कों पर भरे पानी में से निकलकर घर लौटे। फूलबाग रोड पर मानस भवन के सामने और फूलबाग चौराहे के बाद के हिस्से में पानी भर गया।

वैकल्पिक मार्ग के रूप में लक्ष्मीबाई की समाधि के सामने से किए गए डायवर्सन वाली रोड पर पानी भरा होने से वाहनों की रफ्तार रुकी। यही आलम पड़ाव पुल के पुराने पुल के दोनों ओर पड़ाव व स्टेशन चौराहों पर दिखाई दिया। चेतकपुरी, दर्पण कॉलोनी, आनंद नगर आदि क्षेत्रों में भी जल भराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं चार दिन पहले हुई बारिश के दौरान जिन क्षेत्रों में जल भराव हुआ था, वहां अभी तक पानी नहीं निकल पाया है। ऐसे में गुरुवार की बारिश ने उन क्षेत्रों की परेशानी और बढ़ा दी है। जल भराव से नाराज दीनदयाल नगर के लोगों द्वारा सुनवाई न होने पर विरोध प्रदर्शन करते हुए ट्रैफिक जाम किया गया था। जैसे-तैसे सड़कों पर पानी का स्तर कम हुआ था, लेकिन आज फिर वही स्थिति हो गई।

जच्चाखाना मुरार: बारिश का पानी ओटी तक पहुंचा

मुरार क्षेत्र में दोपहर में हुई झमाझम बारिश के चलते बुधवार को बारिश का पानी जच्चाखाना मुरार के वार्ड ही नहीं ओटी तक पहुंच गया। एसएनसीयू के बगल से रखे जनरेटर की तरफ से पानी भरना प्रारंभ हुआ जो एसएनसीयू के बाहर भी आ गया। अस्पताल प्रबंधन ने सफाई कर्मचारियों को काम पर लगाकर पानी को बाहर निकाला। इस कार्य के लिए जिला अस्पताल से भी सफाई कर्मचारी बुला लिए गए थे। यह पहला मौका नहीं है कि जब जच्चाखाना में पानी भरा हो। इससे पहले बीते सप्ताह भी यहां बारिश का पानी भर गया था।



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