FTA का असर
एफटीए के तहत, ब्रिटेन से भारत में इंपोर्ट होने वाली कारों पर लगने वाले सीमा शुल्क (इम्पोर्ट ड्यूटी) में भारी कटौती की जाएगी, जिससे इन कारों की कीमतें कम हो जाएंगी.
वर्तमान में, ब्रिटेन से इंपोर्ट की जाने वाली लग्जरी कारों पर 100% तक इंपोर्ट ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन एफटीए के बाद यह घटकर 10% तक हो सकता है. इस हिसाब से इंपोर्ट ड्यूटी 90 पर्सेंट तक कम हो जाएगी.
JLR की कारों, जैसे कि रेंज रोवर और डिफेंडर, पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा, इंपोर्ट ड्यूटी 90 पर्सेंट तक कम हो जाने के बाद JLR की कारों की कीमत पर बड़ा असर होने वाला है. जिससे उनकी कीमतें कम हो जाएंगी.
लोकल असेंबली
JLR भारत में अपने कुछ मॉडलों की लोकली असेंबल भी करने की प्लानिंग कर रही है, जिससे कीमतों में और कमी आ सकती है. एक अनुमान के मुताबिक, अगर JLR डिफेंडर को लोकली असेंबल करना शुरू करती है, तो इसकी कीमत में 20% तक की कमी आ सकती है. इसके अलावा रोल्स रॉयस जैसी अन्य लग्जरी कारों की कीमत पर भी इसी तरह का असर पड़ने की उम्मीद है.
बायर्स की जेब पर कम बोझ
FTA के कारण, भारतीय ग्राहक अब इन लग्जरी कारों को ग्लोबल कीमतों के करीब खरीद पाएंगे, जिससे उनकी जेब पर कम बोझ पड़ेगा. कुछ मॉडलों पर, जैसे कि स्लोवाकिया में बनी डिफेंडर, FTA का सीधा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन JLR की लोकल असेंबली शुरू करने से कीमतों में कमी आ सकती है.