राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने यह फोटो ट्वीट कर कहा कि आरोपियों के चाचा से पुलिस के संबंध हैं।
भोपाल के एक कॉलेज में हिन्दू छात्राओं को टारगेट कर रेप करने, धर्म परिवर्तन कराने और ड्रग्स की लत लगाने के मामले में हुई कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग(NHRC) ने भोपाल पुलिस पर सवाल उठाए हैं।
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आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर कहा है कि दो दिन पहले जिस यास्मीन मछली और शावर को पुलिस में ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है उसका चाचा सोहेल पुलिस के कई अफसरों का दोस्त है। इन अफसरों के भोपाल में रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। इसलिए इन्हें हटाने की कार्यवाही के लिए लिखा जा रहा है। कानूनगो ने सोहेल के साथ कुछ अफसरों की फोटो भी एक्स पर अपलोड की हैं।
कानूनगो बोले: अपराध के संरक्षकों की तरफ हो जांच राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने आज एक्स पर किए ट्वीट मेंं लिखा है कि भोपाल का आपराधिक ताना-बाना समझिए। स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाली हिंदू लड़कियों को टारगेट कर उनको पार्टियों के बहाने ड्रग्स की लत लगवाना, बलात्कार करके वीडियो बनाना, वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल कर सामूहिक यौन शोषण करना और फिर इस्लाम में धर्मांतरण का दबाव बनाकर जीवन भर के लिए सेक्स स्लेव बना कर रखना।
कानूनगो ने लिखा है कि

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की भोपाल में दो माह पहले हुई जांच की फाइंडिंग्स में हमने साफ साफ लिखा है कि पुलिस की जांच अपर्याप्त है। जांच की दिशा अपराध के संरक्षकों की तरफ होना चाहिए, इसलिए इस पूरे मामले में मुख्य सचिव और डीजीपी को पुनः जांच के लिए निर्देश दिए गए थे।
अफसरों पर कार्रवाई जरूरी प्रियंक ने लिखा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सख्ती के बाद दो दिन पहले जिस यास्मीन मछली और शावर को पुलिस ने ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है, उन दोनों के फोन में कथित रूप से 20 से अधिक लड़कियों के पोर्न वीडियो मिले हैं।
मुझे फोटो प्रमाण के साथ सूचना मिली है कि यास्मीन का चाचा सोहेल पुलिस के कई अफसरों का दोस्त है, इन अफसरों के भोपाल में रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है। इसलिए ऐसे अफसरों के मामले में आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश जारी किए जा रहे हैं।