5 साल तक छानी खाक, अब मजदूर की चमकी किस्मत, रातों-रात बना लखपति

5 साल तक छानी खाक, अब मजदूर की चमकी किस्मत, रातों-रात बना लखपति


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Chhatarpur News: मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक मजदूर परिवार की किस्मत अचानक बदल गई. उन्हें 8 हीरे मिले. इन हीरों की कीमत लाखों में बताई जा रही है. अब वे इन हीरों को पन्ना हीरा संग्रहालय में जमा करेंगे.

छतरपुर में मजदूर को मिला हीरा.

हाइलाइट्स

  • छतरपुर में मजदूर को बदली किस्मत
  • मजदूर को मिले 8 हीरे
  • लाखों में बताई जा रही हीरों की कीमत
नरेंद्र सिंह परमार

छतरपुर. कहते हैं किस्मत कब, किसकी और कहां बदल जाए, कोई बता नहीं सकता. किस्मत बदलने में देर भी नहीं लगती. कभी-कभी किस्मत के पन्ने ऐसे पलटतें है कि राजा को रंक और रंक को राजा बना देता है. कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के छतरपुर के एक किसान के साथ हुआ. हरगोविंद यादव अपनी पत्नी के साथ छोटे से गांव कटिया में रहते हैं. वो मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं. लेकिन अचानक पति और पत्नी की किस्मत ऐसी पलटी की वो सीधे लखपति हो गए. सालों की मेहनत अब रंग लाई है. अब हरगोविंद की खुशी की ठिकाना ही नहीं है.

छतरपुर के एक गरीब मजदूर की ऐसी किस्मत पलटी की उसके घर में खुशियों का ठिकाना ही नहीं रहा. कटिया गांव में रह रहे यादव परिवार के मजदूर दंपति हरगोविंद यादव और उनकी पत्नी पवन देवी यादव 5 साल से हीरे की तलाश में खदानों पर मजदूरी का काम कर रहे थे. अचानक खुदाई के दौरान उन्हें 8 हीरे मिले.

मजदूर की बदली किस्मत
8 हीरों में से कुछ पक्के और कुछ कच्चे हीरे मिले. मजदूर के हाथों में छाले पड़े हुए थे. उसने दिन-रात मेहनत करके हीरे की तलाश में लगभग 5 साल बिता दिए. इससे पहले उनके छोटे भाई को एक हीरा मिला था, जिसकी कीमत लगभग ढाई से 3 लाख रुपये थी, लेकिन जानकारी के अभाव के कारण उसे उस हीरे के दाम सिर्फ 1 लाख रुपये मिले थे.

अब 8 हीरों के मिलने से हरगोविंद काफी खुश हैं. उन हीरो की कीमत 10 से 12 लाख रुपये तक हो सकती है. अब पन्ना हीरा संग्रहालय में इन हीरों को जमा किया जाएगा. फिर हीरे की कीमत का सहीं आंकलन होगा.

मंजदूर दंपत्ति दिन-रात मेहनत कर खुदाई करते थे. इस वजह से उनके हाथों में छाले पड़ गए थे. लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. फिर उन्हें एक साथ 8 हीरे मिले. हरगोविंद का कहना है कि उनके छोटे भाई को भी हीरा मिला था. इसकी कीमत करीब 3 लाख रुपये थी. लेकिन उस वक्त जानकारी कम थी. इस वजह से भाई को हीरे की सही कीमत नहीं मिल पाई. अब ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे. हीरे को सही तरीके से जमा करेंगे ताकि उसकी सही कीमत मिल सके.

Preeti George

Preeti George is lead content writer at hindi.news18.com having experience of more than 5 years in digital media. After completing her masters from Kushabhau Thakre Journalism university, she worked in various …और पढ़ें

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