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भोपालवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. मध्य प्रदेश की राजधानी में अब झील के ऊपर हवा में लटका केबल स्टे ब्रिज बनेगा, जिसे ‘राजाभोज ब्रिज’ नाम दिया गया है. यह ब्रिज बड़े तालाब पर 2 किलोमीटर लंबा होगा और खानूगांव से…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- भोपाल में बड़े तालाब पर बनेगा 2 किमी लंबा केबल स्टे ‘राजाभोज ब्रिज’
- गडकरी की मंजूरी, एयरपोर्ट से रानी कमलापति स्टेशन तक सफर आसान
- स्मार्ट सिटी को मिलेगी नई पहचान, पर्यावरण के अनुकूल होगा डिजाइन.
भोपाल. झीलों के शहर राजधानी भोपाल की अपर लेक के ऊपर हवा में लटका ब्रिज बनेगा, जो न सिर्फ इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना होगा, बल्कि शहर के ट्रैफिक सिस्टम को भी रफ्तार देगा. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2 किमी लंबे केबल स्टे ब्रिज के निर्माण को मंजूरी दे दी है. इस ब्रिज का नाम ‘राजाभोज ब्रिज’ रखा गया है, जो भोपाल के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी दर्शाएगा. यह ब्रिज बड़े तालाब (बड़ी झील) पर बनेगा और खानूगांव को श्यामला हिल्स से जोड़ेगा. इसके बनने से एयरपोर्ट से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक 17 किलोमीटर की यात्रा का समय बेहद कम हो जाएगा.
जानकारी के अनुसार यह ब्रिज पूरी तरह एलिवेटेड होगा और हवा में तारों के सहारे झील के ऊपर लटका रहेगा, ठीक उसी तरह जैसे मुंबई का बांद्रा-वर्ली सी लिंक या कोलकाता का विद्यासागर सेतु. भोपाल के सांसद आलोक शर्मा ने इस परियोजना के लिए दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी. उन्होंने भोपाल की ट्रैफिक समस्या को सामने रखते हुए यह प्रस्ताव दिया, जिसे गडकरी ने तात्कालिक तौर पर मंजूरी दे दी है.
सांसद शर्मा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ एयरपोर्ट का कनेक्टिविटी सुधरेगा, बल्कि भोपाल को स्मार्ट और ट्रैफिक-फ्री सिटी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. यह प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के तहत लाया जा रहा है. गडकरी ने करोंद से बैरसिया तक 35 किमी लंबी सड़क को भी चार लेन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. यह सड़क NH-146 को NH-346 से जोड़ेगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और तेज होगी.
झीलों की खूबसूरती और पर्यटन के साथ बनने वाला ब्रिज भी प्रमुख आकर्षण होगा
गडकरी ने कहा कि भोपाल की भौगोलिक स्थिति, झीलों की खूबसूरती और पर्यटन को देखते हुए यह ब्रिज एक प्रमुख आकर्षण बनेगा. साथ ही, यह प्रोजेक्ट पर्यावरण के अनुकूल तकनीक से बनाया जाएगा ताकि झील का पारिस्थितिक तंत्र प्रभावित न हो. अब इस हाईटेक ब्रिज के निर्माण को लेकर डीपीआर तैयार किया जाएगा और जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी. गौरतलब है कि भोपाल इन दिनों अपने अजब गजब ब्रिजों को लेकर सुर्खियों में रहा है, यहां बन चुका 90 डिग्री वाला ब्रिज सोशल मीडिया में वायरल हो चुका है.
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प…और पढ़ें
सुमित वर्मा, News18 में 4 सालों से एसोसिएट एडीटर पद पर कार्यरत हैं. बीते 3 दशकों से सक्रिय पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देश के नामचीन मीडिया संस्थानों में सजग जिम्मेदार पदों पर काम करने का अनुभव. प… और पढ़ें