हरदा के स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम के तहत मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह ने कहा कि युवाओं के बीच आकर ऊर्जा की अनुभू
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उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी स्वस्थ होना चाहिए। इस दौरान होने वाली सामान्य मानसिक चिंताओं का समाधान समय पर करना चाहिए। डॉ. सिंह ने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व भी बताया।
गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ डॉ. दीपक ठाकुर (एमडी मेडिसिन) ने बताया कि सामान्य मानसिक समस्याओं जैसे तनाव, नींद न आना, अकेलापन, आत्महत्या के विचार और नशे के समाधान के लिए जिला चिकित्सालय हरदा के कक्ष क्रमांक 09 में मन कक्ष बनाया गया है। यहां डिप्रेशन, आघात और नशे की लत का उपचार व काउंसलिंग सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी वी.के. बिछोतिया ने विद्यार्थियों से उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। डॉ. पियूष दोगने ने तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस आदत को छोड़ने में कैसे मदद करता है।
जिला समन्वयक राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम आशीष साकल्ले ने बताया कि जिला चिकित्सालय परिसर में उमंग स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर काउंसलर के माध्यम से किशोर एवं युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य पर प्राथमिक स्क्रीनिंग, पोषण सुधार और प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
कार्यक्रम संचालक बसंत राजपूत ने युवाओं को मोबाइल के दुरुपयोग के बारे में सचेत किया। मन कक्ष नर्सिंग ऑफिसर अंकित सिंह ने मनहित एप्प के लाभ बताए और सभी के मोबाइल में इसे डाउनलोड करवाया। जिला अधिकारी मनीष शकरगाए ने टेली मानस हेल्पलाइन 14416 के बारे में जानकारी दी। प्राचार्य डॉ. संगीता बिले ने कार्यक्रम आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते हुए छात्रहित में ऐसी गतिविधियों के निरंतर आयोजन का आग्रह किया।