Success Story: Google, Microsoft जैसी कंपनियों में छा गया ये लड़का, बैंगलोर से पढ़कर लगाई छलांग

Success Story: Google, Microsoft जैसी कंपनियों में छा गया ये लड़का, बैंगलोर से पढ़कर लगाई छलांग


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Success Story, Amar Subramanya ki Kahani: अगर आप भी टेक की दुनिया में जाना चाहते हैं, तो अमर सुब्रमण्य की यह कहानी आपको बहुत कुछ सीखा सकती है. कैसे आपकी मेहनत और जुनून आपको भी नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है…

Google jobs, Microsoft Jobs, Success Story: भारत के होनहार की कहानी.

हाइलाइट्स

  • बेंगलुरु यूनिवर्सिटी से किया बीटेक.
  • Google में की 16 साल नौकरी.
  • अब पहुंच गया Microsoft.

Success Story, Amar Subramanya ki Kahani: भारतीय मूल के रिसर्च साइंटिस्ट अमर सुब्रमण्य की कहानी इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में है. 16 साल तक गूगल में काम करने के बाद उन्होंने हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Jobs) में नई पारी शुरू की है. माइक्रोसॉफ्ट में वह कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट (AI) के तौर पर काम करेंगे और अपने 24 साल के अनुभव को AI की दुनिया में लेकर आए हैं लेकिन जो बात सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है उनका लिंक्डइन पोस्ट, जिसमें उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के वर्क कल्चर की तारीफ की है. कुछ लोग इसे गूगल पर तंज मान रहे हैं.

Jobs in Google Microsoft: 16 साल की गूगल में नौकरी, अब पहुंचे माइक्रोसॉफ्ट

अमर सुब्रमण्य ने गूगल में 16 साल तक काम किया, जहां वह जेमिनी चैटबॉट के इंजीनियरिंग हेड थे. जेमिनी गूगल का एक अहम AI प्रोजेक्ट है और अमर का इसमें बड़ा रोल था लेकिन अब उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट जॉइन कर लिया है जहां वह माइक्रोसॉफ्ट AI डिवीजन में कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर काम करेंगे. फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमर उन 24 इंजीनियर्स, रिसर्चर्स, और प्रोडक्ट स्पेशलिस्ट्स में शामिल हैं जिन्हें माइक्रोसॉफ्ट ने गूगल से हायर किया है.अमर ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा माइक्रोसॉफ्ट में कॉरपोरेट वीपी, AI के तौर पर नई शुरुआत करके बहुत उत्साहित हूं. सिर्फ एक हफ्ते में ही मुझे इस कंपनी की एनर्जी और वर्क कल्चर ने नई ताजगी दे दी. यहां का माहौल बिना इगो वाला, लेकिन महत्वाकांक्षा से भरा हुआ है.

Viral Post on Social Media: सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

अमर का रिफ्रेशिंगली लो इगो वाला बयान सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. X पर एक यूजर कार्तिक ने लिखा कि क्या अमर गूगल पर तंज कस रहे हैं? जहां वह 16 साल तक नौकरी करते रहे. कई लोगों को लगा कि यह बयान गूगल की वर्क कल्चर पर एक कटाक्ष हो सकता है हालांकि अमर ने इस बारे में कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की. उनके लिंक्डइन पोस्ट पर ढेर सारी बधाइयां मिल रही हैं और लोग उनकी इस नई शुरुआत की तारीफ कर रहे हैं.

Microsoft as AI Vice President Amar Subramanya Story: बेंगलुरू से किया बीटेक

अमर की कहानी भी कम प्रेरक नहीं है. उन्होंने बैंगलोर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने टेक इंडस्ट्री में 24 साल नौकरी की, जिसमें से 16 साल गूगल में बीते. गूगल में वह AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में काम कर रहे थे और जेमिनी चैटबॉट जैसे प्रोजेक्ट्स में उनकी अहम भूमिका थी. अब माइक्रोसॉफ्ट में वह AI पर काम कर रहे हैं.

Google jobs, Microsoft Jobs, Success Story: अमर सुब्रमण्य का लिंक्‍डिन पोस्‍ट.

Microsoft Work Culture: कैसा है माइक्रोसॉफ्ट का वर्क कल्चर

अमर ने माइक्रोसॉफ्ट की तारीफ में कहा कि यहां का माहौल स्टार्टअप जैसा है. उन्होंने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट का फोकस माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट जैसे AI-पावर्ड प्रोडक्ट्स और स्टेटऑफ-द-आर्ट फाउंडेशन मॉडल्स बनाने पर है. अमर ने माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला और माइक्रोसॉफ्ट AI के CEO मुस्तफा सुलेमान के साथ अपनी बातचीत को भी प्रेरणादायक बताया.उन्होंने लिखा कि यहां लोग मिलकर कुछ नया और यूनीक बनाने में जुटे हैं. यह माहौल मुझे स्टार्टअप की याद दिलाता है, जहां हर कोई तेजी से काम करता है और एक-दूसरे का साथ देता है.

Motivational Story: युवाओं के लिए मिसाल हैं अमर

अमर की यह कहानी इसलिए खास है, क्योंकि वह एक भारतीय मूल के साइंटिस्ट हैं जिन्होंने गूगल जैसी दिग्गज कंपनी से माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी में छलांग लगाई. उनका लो इगो वाला बयानसिर्फ माइक्रोसॉफ्ट की तारीफ करता है बल्कि टेक इंडस्ट्री में वर्क कल्चर को लेकर एक नई बहस भी छेड़ता है. X पर लोग इसे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की वर्क कल्चर की तुलना के तौर पर देख रहे हैं.एक यूजर ने लिखा कि 16 साल गूगल में रहने के बाद माइक्रोसॉफ्ट में इतना जोश दिखाना, यह अपने आप में बहुत कुछ बता रहा है. अमर सुब्रमण्य की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो टेक की दुनिया में कुछ बड़ा करना चाहते हैं. बैंगलोर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग करके गूगल में 16 साल तक काम करना, फिर माइक्रोसॉफ्ट में कॉरपोरेट वीपी बनना और ऊपर से AI जैसे फ्यूचरिस्टिक फील्ड में काम करना यह सब उनकी मेहनत और टैलेंट का सबूत है.

Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर

न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य…और पढ़ें

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