इंदौर के स्टार्ट अप शॉप किराना का टेकओवर किया गया है।
इंदौर के बड़े स्टार्टअप शॉप किराना को लगभग 1000 करोड़ रुपए में देश के यूनिकॉर्न स्टार्टअप उड़ान ने टेकओवर कर लिया है। इस टेक ओवर के बाद इंदौर का स्टार्टअप शॉप किराना अब उड़ान स्टार्टअप के साथ मिलकर 1 हजार करोड़ रुपए की एक संयुक्त कंपनी बन चुकी है।
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उड़ान स्टार्टअप की तरफ से इस डील के बाद कहा गया है कि इंदौर, भोपाल, लखनऊ, आगरा, सूरत और मेरठ जैसे छोटे और मझोले शहरों में मजबूत उपस्थिति के साथ शॉप किराना, उड़ान की राष्ट्रीय बाजार उपस्थिति को और मजबूत करेगा।
2014 में शुरू हुआ था शॉप किराना स्टार्टअप शॉप किराना को फाउंडर तनु तेजस सारस्वत ने बताया कि 2014 की बात है। उस वक्त इंडिया में ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनियों की एंट्री हो रही थी। लोग घर बैठे-बैठे सामान मंगवा रहे थे। उन्हें मार्केट जाने की कोई जरूरत ही नहीं थी। उसी दौरान दीपक को आइडिया आया कि जब कोई कस्टमर अपने जरूरत का सामान घर बैठे मंगवा सकता है, तो फिर कोई दुकानदार क्यों नहीं मंगा सकता है।
दीपक ने यह आइडिया सुमित के साथ शेयर किया और इस पर वर्क करना शुरू किया। इसी बीच उनकी मुझसे मुलाकात हुई। फिर हम तीनों ने मिलकर दिसंबर 2014 में कंपनी की शुरुआत की थी। उस समय हम तीनों दोस्तों ने 5-7 लाख रुपए से इसकी नींव रखी थी।

2014 में एक करोड़ का था कंपनी का टर्न ओवर कंपनी के को-फाउंडरों का कहना है कि पहले साल 2014 में हमारी कंपनी का टर्नओवर एक करोड़ था। यह आज एक हजार करोड़ से अधिक का पहुंच चुका है। एक हजार से अधिक लोग उनकी टीम में काम कर रहे हैं।
हमने तो एक छोटी सी जगह से शुरुआत की थी। समान इतना भरा होता था कि हम लोग नीचे सोते थे। आज देखिए इंदौर के इस स्टार्टअप को देश की यूनिकॉर्न कंपनी ने 1000 करोड़ में टेकओवर किया है।

इस तरह से काम करता है यह स्टार्टअप दीपक बताते हैं कि टियर-2, 3, 4 सिटी के छोटे दुकानदारों तक बड़ी ग्रॉसरी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां नहीं पहुंच पाती हैं। छोटे किराना स्टोर्स वालों के सामने तीन तरह की चुनौतियां होती हैं। एक तो उन्हें दुकान भी चलाना है। दूसरा सामान बेचने के लिए बाजार से खरीददारी भी करनी है और तीसरा दुकान में कौन-सा सामान है, कौन खत्म हो गया इसे भी देखना है।
दीपक बताते है कि मान लीजिए आपकी किराना दुकान है। अब आप शहर सामान खरीदने जाएंगे तो पूरा दिन लगेगा। इसके लिए दुकान बंद रखनी होगी। अब इससे आपका नुकसान होगा कि नहीं। हमने इसी प्रॉब्लम को सॉल्व किया।
शॉप किराना प्लेटफॉर्म के जरिए दुकानदार 48 घंटे पहले जरूरत के मुताबिक ऑर्डर प्लेस करते हैं। उसे हम नियर बाई वेयरहाउस से मार्जिन के साथ डिलीवर कर देते हैं। न दुकानदार को मार्केट जाने की झंझट और न नुकसान का डर। शॉप किराना के जरिए कोई भी दुकानदार एक प्लेटफॉर्म से ही जो चाहे जो ग्रॉसरी आयटम मंगवा सकता है।

शॉप किराना के को-फाउंडर सुमित घोरावत, तनु तेजस सास्वत और दीपक धनोतिया।
शॉप किराना को 400 करोड़ की मिल चुकी है फंडिंग शॉप किराना स्टार्टअप देश के 6 राज्यों के 30 शहरों में अपनी सेवाएं दे रहा है। स्टार्टअप का टर्न ओवर 1 हजार करोड़ प्रतिवर्ष का है। फिलहाल उनसे 50 हजार से ज्यादा किराना दुकानदार जुड़े हैं। शॉप किराना को 2022 तक 400 करोड़ की फंडिंग मिल चुकी थी।
कौन हैं शॉप किराना के तीनों संस्थापक
- सुमित घोरावत: प्रॉक्टर एंड गैंबल में एसोसिएट मैनेजर, इनोवेशन वर्क्स में आई-6 इंटर्न, शेल इंडिया में समर इंटर्न और जनरल इलेक्ट्रिक, वाटर एंड प्रोसेस टेक्नोलॉजीज, दुबई में समर इंटर्न के रूप में भी काम किया है। बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स)-पिलानी, दुबई से केमिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री और कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
- तनु तेजस सारस्वत: राजस्थान से हैं। 15 साल पहले इंदौर पढ़ने आए थे।
- दीपक धनोतिया: 2004 में इंदौर आए थे। 2005 में इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया। 2009 में पास आउट होने के बाद एक कंपनी में 12 हजार रुपए महीने की जॉब लगी थी।