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भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में सेफ्टी पर जोर बढ़ा है. टाटा सफारी, हैरियर, नेक्सॉन, निसान मैग्नाइट, न्यू जेन डिज़ायर, स्लाविया और वर्टस सेडान ने 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग हासिल की है.
बीते कुछ सालों में भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में काफी बदलाव देखे गए हैं. खासतौर पर कारों के मामले में. कारों के मामले में जो एक सबसे बड़ा बदलाव यहां देखने को मिलता है वो है सेफ्टी. अब कंपनियां सिर्फ बेहतर माइलेज वाली ही कारें नहीं बल्कि पहले से कहीं बेहतर सेफ्टी वाली कारें भी बाजार में उतार रहे हैं. अगर आपको भी एक सेफ कार की तलाश है तो यहां हम आपको इंडिया की 5 सबसे सेफ कारों के बारे में बताएंगे.

टाटा मोटर्स की फुल-साइज एसयूवी, सफारी और हैरियर, भारत की सेफेस्ट कार मानी जाती हैं. इन एसयूवी में छह एयरबैग, ईएसपी, हिल होल्ड कंट्रोल, ट्रैक्शन कंट्रोल, एबीएस विद ईबीडी, रोल ओवर मिटिगेशन और ब्रेक डिस्क वाइपिंग फीचर स्टैंडर्ड के रूप में आते हैं.

निसान ने मैग्नाइट के साथ सभी को चौंका दिया, क्योंकि इसे ग्लोबल एनसीएपी से 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग मिली. निसान ने अपने एसयूवी की सुरक्षा साख को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, क्योंकि पहले इसे केवल दो एयरबैग के साथ 2-स्टार रेटिंग मिली थी. बाद में, छह एयरबैग के साथ अपडेटेड वर्जन को 4 स्टार मिले, और अब लेटेस्ट वर्जन ने 5 स्टार हासिल किए.

टाटा मोटर्स की कॉम्पैक्ट एसयूवी, नेक्सॉन, ने 2018 से 5 स्टार स्कोर किया है, यह भारतीय बाजार में सबसे सुरक्षित सब-4-मीटर एसयूवी है. इसमें छह एयरबैग, एबीएस विद ईबीडी, ईएससी, ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम, हिल होल्ड कंट्रोल और ब्रेक डिस्क वाइपिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं.

न्यू जेन डिज़ायर भारत की सबसे सुरक्षित सेडान है और हाल ही में इस 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है. सेडान में 6 एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ईएससी), ईएसपी, हिल होल्ड असिस्ट और एबीएस विद ईबीडी स्टैंडर्ड के रूप में आते हैं. डिज़ायर पहली मारुति सुजुकी है जिसने ग्लोबल एनसीएपी में 5 स्टार रेटिंग प्राप्त की है.

स्लाविया और वर्टस सेडान भी 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल की है. इन दोनों मॉडल में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, ट्रैक्शन कंट्रोल, इलेक्ट्रॉनिक ब्रेक-फोर्स डिस्ट्रीब्यूशन, ऑटो हिल होल्ड, छह एयरबैग और सभी पांच यात्रियों के लिए तीन-पॉइंट सीट बेल्ट जैसे फीचर्स मौजूद हैं.