बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज ने विभागों, वार्डों, कार्यालयों में लगे एसी की मरम्मत करने का काम एक साल के लिए निजी कंपनी को सौंप दिया है। इस की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है। शर्तों के अनुसार टेंडर लेने वाली एजेंसी को 170 एसी का एक साल तक रख-रखाव और खराबी आ
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प्रबंधन इस पर ठोस जवाब भी नहीं दे पा रहा है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यह 57 अतिरिक्त एसी किससे सुधरवाने की तैयारी कर ली गई है। प्रबंधन का तर्क है कि कुछ एसी दान में भी मिले हैं। भास्कर की पड़ताल में पता चला है कि बीएमसी ने एसी मरम्मत व उनके रख-रखाव को लेकर टेंडर जारी किया था, जिसमें उन्होंने 170 एसी लगे होना बताया था, लेकिन कुछ समय पहले बीएमसी द्वारा एक आरटीआई में दी गई जानकारी में अलग-अलग विभागों, कार्यालयों में लगे कुल एसी की संख्या 112 बताई गई थी। इसके बाद मार्च 2025 में एक एसी की खरीद के साथ संख्या 113 हो गई।
बर्न वार्ड में कूलर के भरोसे मरीज, उमस से बेहाल
जानकारी के अनुसार बीएमसी ने एसी मरम्मत के टेंडर की प्रक्रिया फरवरी-मार्च के माह में पूरी कर ली थी। इसको लगभग चार माह बीत चुके हैं, लेकिन बर्न वार्ड में लगे एसी का सुधार कार्य नहीं हो सका है। बीएमसी के रिकाॅर्ड के अनुसार बर्न वार्ड नंबर-20 में कुल 8 एसी लगे हुए हैं, लेकिन जब शुक्रवार दोपहर वार्ड में जाकर स्थिति देखी तो गैलरी में ही तीन कूलर रखे नजर आए तो वहीं स्टोर रूम में भी दो कूलर रखे मिले।
तर्क- कुछ दान में मिले कुछ पीडब्ल्यूडी ने लगाए थे
एसी मरम्मत में सामने आ रहे इस झोल को लेकर जब बीएमसी प्रबंधन से बात की तो उनके जनसंपर्क अधिकारी डॉ. विशाल भदकारिया ने बताया कि उनके पास करीब 170 ही एसी हैं। पिछले एक साल में केवल एक एसी मार्च-2025 में खरीदा गया था। इन 170 में कुछ दान में मिले तो कुछ पीडब्ल्यूडी ने बिल्डिंग के हेंडओवर के साथ लगे हुए दिए थे, लेकिन जब उनकी संख्या के बारे में पूछा गया ताे वे नहीं बता सके।