‘मछली’ के जाल में फंसते दिख रहे कई नेता: मुख्यमंत्री ने चुकता किया विधायक का हिसाब; एसपी को नेता जी का खुला चैलेंज – Madhya Pradesh News

‘मछली’ के जाल में फंसते दिख रहे कई नेता:  मुख्यमंत्री ने चुकता किया विधायक का हिसाब; एसपी को नेता जी का खुला चैलेंज – Madhya Pradesh News


राजधानी में हाल ही में माननीयों के लिए सर्वसुविधा युक्त नए फ्लैट्स की आधारशिला रखी गई। इस कार्यक्रम के दौरान एक अलग ही नजारा दिखा। ‘सरकार’ राजधानी के एक विधायक को 500 रुपए का नोट थमाते दिखे।

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हालांकि विधायक ने पैसे लेने से इनकार कर दिया, लेकिन, ‘सरकार’ का आग्रह नहीं ठुकरा पाए। आखिरकार उन्होंने नोट ले लिया।

बाद में मालूम हुआ कि विधायक ने पूजा-पाठ के दौरान पंडित जी को कार्यक्रम की दक्षिणा दी थी। क्योंकि, आयोजन सरकारी था, ऐसे में ‘सरकार’ ने विधायक को 500 का नोट वापस करते हुए उधारी चुका दी।

मछली के चक्कर में उलझ गए कई नेता राजधानी में ड्रग्स की तस्करी के मामले में दो बड़ी ‘मछली’ पुलिस के शिकंजे में फंसी हैं। आरोपियों और उनके परिजन की तस्वीरें मंत्रियों और सत्ताधारी दल के कई बड़े नेताओं के साथ सोशल मीडिया में तैर रही हैं।

जिनके साथ मछली ग्रुप की तस्वीरें नजर आईं, उनमें से कई दिग्गज इसे मैनेज करने में जुटे रहे। पार्टी ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। दिल्ली दरबार के बडे़ लीडर ने ‘मछली’ के साथ नजर आए दिग्गज को तलब किया है। ‘मछली’ के जाल में उलझे नेता अब खुद को बचाने में लगे हुए हैं।

संघ प्रमुख पर टिप्पणी करने वाले नेता की ताजपोशी हाल ही में सत्ताधारी दल में ओबीसी वर्ग के एक बड़े नेता की संवैधानिक पद पर नियुक्ति हुई है। अब उनके करीबी नेता ही इस पर सवाल उठा रहे हैं।

नेता का कहना है कि जिनको सरकार ने पदासीन किया है, उन्होंने पार्टी को दो सीटों पर हराया। विरोधी दल को जॉइन भी किया था। इतना ही नहीं राजनीति में उम्र की सीमा को लेकर संघ प्रमुख के दिए बयान पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, ऐसे व्यक्ति को संवैधानिक पद पर बैठाना ठीक नहीं हैं।

ये मामला संघ के बडे़ पदाधिकारियों तक भी भेजा गया है। नियुक्ति पर सवाल उठाने वाले का कहना है कि मैं उनका विरोधी नहीं हूं। जब वे सांसद थे, मैं उनका सांसद प्रतिनिधि था।

बता दें कि जिस नेता की नियुक्ति की गई है। उन्होंने 2018 में पार्टी से बगावत कर दो–दो सीटों से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। दोनों सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की हार हुई थी। नेता जी अपने क्षेत्र में बाबाजी के नाम से फेमस हैं।

जिले के पुलिस कप्तान को नेता जी का खुला चैलेंज महाराज के इलाके में विरोधी दल के मुखिया के खिलाफ एफआईआर के मामले ने खूब तूल पकड़ा। अपनी पार्टी के मुखिया के खिलाफ केस दर्ज होने पर विरोधी दल ने बड़ा शक्ति प्रदर्शन किया। इस विवाद में विरोधी दल के पूर्व विधायक ने जिले के पुलिस कप्तान साहब को सीधा चैलेंज दिया है।

नेता जी ने कहा- आप मेरा घर गिरवा दीजिए। जिस घर में मेरा बचपन से लेकर बुढ़ापा आया, उसकी आप नपाई करवा रहे हैं। मुझे कोई चिंता नहीं, कप्तान साहब आपकी बड़ी तमन्ना है मुझे गिरफ्तार करने की। मैं आपको चुनौती देता हूं मुझे गिरफ्तार करके दिखाइए। आप मेरा घर गिरा दीजिए, लेकिन किसी गरीब को परेशान किया तो ठीक नहीं होगा।

सांसद पर जमीनों पर अवैध कब्जे करवाने का आरोप ग्वालियर संभाग में कभी एक कद्दावर नेता को चुनाव में हराकर विरोधी दल का ऐतिहासिक किला ढहाने वाले एक पूर्व सांसद इन दिनों राजनीतिक पुनर्वास की बाट जोह रहे हैं।

सांसद जब चुनाव मैदान में उतरे थे तो लोगों ने उनकी सरलता और सज्जनता देखकर वोट दिए और जिताया। हालांकि इस बार उनका पत्ता कट गया था। अब उनको जिताने वाले ही उन पर जमीनों पर अवैध कब्जे करने के आरोप लगा रहे हैं।

महाराज और ठाकुर साहब में फिर क्रेडिट वॉर ग्वालियर-चंबल में विकास कार्यों को लेकर नेताओं में क्रेडिट वॉर चलता रहता है। जब भी कोई नया काम शुरू होता है तो सत्ताधारी दल के नेताओं के बीच श्रेय की जंग छिड़ जाती है।

हाल ही में ठाकुर साहब ने अपने क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान कहा- ‘अक्सर लोग कहते हैं, मैं लाया, मैं लाया, जो भी हो रहा है वो हमारी सरकार की वजह से हो रहा है। जब हमारी सरकार नहीं थी, तब कौन क्या लाया?

ठाकुर साहब का ये बयान महाराज के ऊपर सीधा निशाना माना जा रहा है।

सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने क्या बोल गए मंत्री जी सरकार के फैसलों को बढ़ा चढ़ाकर बताने वाले एक मंत्री जी पिछले दिनों बिजली के बिलों को लेकर किए गए सवाल पर ऐसी बात कह गए जो अपेक्षित नहीं थी।

हालांकि मंत्री जी की मंशा सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने वाली थी। लेकिन, जिस तरह से उन्होंने जवाब दिया उससे उनका वक्तव्य सुनने वालों को लगा मानों वे कह रहे हैं कि बिल तो ऐसे ही आएंगे, चाहो तो सस्ती बिजली के लिए प्रधानमंत्री की शुरू की गई सोलर एनर्जी योजना में कनेक्शन ले लो।

इस तरह के वक्तव्य की प्रतिक्रिया भी आई। विपक्षी दल के नेता मंत्री जी को घेरने की तैयारी में जुटे हैं। बता दें, ये वही मंत्री हैं जो सरकार के नए फैसलों की जानकारी दिया करते हैं।

और अंत में..

राजनीति में जाएं या पर्यावरण के लिए काम करें सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले एक आईएएस अफसर जल्द ही रिटायर होने वाले हैं। इनकी लेखन और पर्यावरण संरक्षण में खासी रुचि है। अधिकारी ने रिटायरमेंट के बाद की प्लानिंग भी शुरू कर दी है।

साहब ने सोशल मीडिया पर अपने लाखों फॉलोअर्स से सलाह मांगी है कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें क्या करना चाहिए? आईएएस अफसर ने पूछा है कि उन्हें राजनीति में जाना चाहिए या फिर पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करना चाहिए। लोगों के सुझाव के आधार पर वे फैसला करेंगे।

ये भी पढ़ें.. लीडर को मैसेज- आपकी मर्जी नहीं चलेगी, दखल न दें

मध्यप्रदेश में जल्द ही विरोधी दल के जिला अध्यक्षों की घोषणा होने वाली है। इसे लेकर एक बड़े जिम्मेदार पद पर बैठे नेता के अपनों की जमावट के अरमानों पर पानी फिर सकता है। अंदर की खबर है कि इस दिग्गज नेता को साफ मैसेज मिल गया है कि अपनी पसंद के अधिकतम 5 से 6 जिले बता दो, वहां पैनल में आए नामों में आपके सुझाए नाम मैच हुए तो उन्हें कंसिडर कर लिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें..

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