रीवा में पर्यटन कॉन्क्लेव आज से, सीएम करेंगे शुभारंभ: डिप्टी सीएम बोले- विंध्य क्षेत्र में अपार संभावनाएं – Rewa News

रीवा में पर्यटन कॉन्क्लेव आज से, सीएम करेंगे शुभारंभ:  डिप्टी सीएम बोले- विंध्य क्षेत्र में अपार संभावनाएं – Rewa News


कार्यक्रम के पहले तैयारियों का जायजा लिया गया।

रीवा में आज और कल रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ–साथ पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह आयोजित होगी।

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रीवा के कृष्ण राज कपूर ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाले इस रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला, प्रसिद्ध अभिनेता मुकेश तिवारी और पंचायत वेबसीरीज की अभिनेत्री सान्विका सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

दो दिवसीय रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र को सशक्त करने वाले कई महत्वपूर्ण निर्णय, निवेश प्रस्ताव, डिजिटल नवाचार और सांस्कृतिक साझेदारियां सार्वजनिक की जाएंगी।

‘वाइल्डलाइफ और ऑफबीट डेस्टिनेशनों’ पर केंद्रित इस आयोजन में, राज्य को पर्यटन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय समुदाय को पर्यटन की मुख्यधारा में लाने की दिशा में प्रभावशाली पहलें प्रस्तुत होंगी।

कार्यक्रम से पहले तैयारियों का जायजा लिया गया।

निवेश प्रस्ताव: प्रदेश में पर्यटन अधोसंरचना को नई गति कॉन्क्लेव के पहले सत्र में होटल, रिसोर्ट, वेलनेस और ईको-टूरिज्म क्षेत्रों में निवेश करने वाले छह प्रमुख निवेशकों को लेटर ऑफ अवॉर्ड (LoA) प्रदान किए जाएंगे। इन प्रस्तावों के अंतर्गत धार, मंदसौर, रायसेन, विदिशा, जबलपुर और अलीराजपुर में निवेश प्रस्तावित है।

प्रखर पाव द्वारा मंदसौर में ईको-टूरिज्म गतिविधियों और धार में मिनी रिसोर्ट की स्थापना की योजना है। गांधी सागर क्षेत्र में ईको टूरिज्‍म गतिविधि संचालित करने के लिए न्‍यूनतम 1 करोड़ रुपए की राशि का निवेश किया जा रहा है जिससे प्रदेश के इस क्षेत्र में नवीन पर्यटन अनुभवों के साथ-साथ स्‍थानीय समुदाय को भी रोजगार की प्राप्ति होगी।

इसके लिए इन्‍हें प्रस्‍ताव अनुसार 1.39 हेक्‍टेयर की भूमि का रकबा जारी किया जा रहा है।

अलग-अलग जिलों में सुविधाओं को बढ़ावा

  • धार जिले के हेमाबर्डी क्षेत्र में फिक्‍सड टेंटिंग युनिट/मिनी रिसोर्ट हेतु न्‍यूनतम 1 करोड़ रुपए का निवेश का प्रस्‍ताव है, जिसके माध्‍यम से धार क्षेत्र में स्‍थानीय समुदाय को पर्यटन उद्यम से जोड़ते हुय पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रस्‍ताव अनुसार इन्‍हें भूमि का कुल रकबा 1.176 हेक्‍टेयर जारी किया जा रहा है।
  • सिद्धार्थ सिंह तोमर द्वारा रायसेन जिले ढकना चपना में होटल/रिसोर्ट के माध्‍यम से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों आवश्‍यक सुविधायें प्रदान कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा । इस हेतु इनके द्वारा न्‍यूनतम राशि रूपये 5 करोड़ रुपए का प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया है। कुल भूमि का रकबा 4.655 हेक्‍टेयर जारी किया जा रहा है।
  • कैलाश फुलवानी द्वारा विदिशा जिले के नेहरयाई क्षेत्र में होटल/रिसोर्ट के माध्‍यम से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों आवश्‍यक सुविधायें प्रदान कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा । इस हेतु इनके द्वारा न्‍यूनतम राशि 3 करोड़ रुपए का प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया है। कुल भूमि का रकबा 2.00 हेक्‍टेयर जारी किया जा रहा है।
  • रितु यादव, अफोर्ड मोटर्स जबलपुर द्वारा जबलपुर जिले में भेड़ाघाट के समीप नन्‍हाखेड़ा क्षेत्र में होटल/रिसोर्ट के माध्‍यम से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों आवश्‍यक सुविधाएं प्रदान कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। इस हेतु इनके द्वारा न्‍यूनतम राशि 1 करोड़ रुपए का प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया है। कुल भूमि का रकबा 0.405 हेक्‍टेयर जारी किया जा रहा है।
  • आनंद ताम्रकार, पुष्पा इंटरप्राइजेस अलीराजपुर द्वारा अलीराजपुर जिले के जूनाकट्ठीवाड़ा क्षेत्र में रिसोर्ट एवं वेलनेस सेंटर के माध्‍यम से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों आवश्‍यक सुविधायें प्रदान कर पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा। इस हेतु इनके द्वारा न्‍यूनतम राशि 1 रुपए करोड़ का प्रस्‍ताव प्रस्‍तुत किया गया है। कुल भूमि का रकबा 2 हेक्‍टेयर जारी किया जा रहा है।
  • इन परियोजनाओं से स्थानीय समुदाय को पर्यटन आधारित रोजगार प्राप्त होगा और क्षेत्रीय पर्यटन को स्थायित्व के साथ बल मिलेगा।

डिजिटल बुकिंग के नए युग की शुरुआत पर्यटन विभाग द्वारा राज्य में संचालित पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा की बुकिंग अब IRCTC पोर्टल पर भी संभव होगी। अब तक www.flyola.in के माध्यम से बुकिंग की जा रही थी, लेकिन अब IRCTC जैसे भरोसेमंद प्लेटफॉर्म से जुड़ने से सेवाएं और अधिक सहज और सुगम हो सकेंगी। इस वायु सेवा के माध्यम से भोपाल, इंदौर, रीवा, सतना और सिंगरौली जैसे शहरों को हवाई नेटवर्क से जोड़कर पर्यटन की पहुंच को विस्तार दिया जा रहा है। इसके माध्यम से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्र पर्यटन के नक्शे में जुड़ जाएंगे, जिसका फायदा स्थानीय लोगों को होगा, रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

ग्राम होमस्टे बुकिंग प्लेटफॉर्म का शुभारंभ 18 जून को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में “ग्रामीण रंग, पर्यटन संग” कार्यक्रम के दौरान एमपी पर्यटन विकास निगम (MPSTDC) एवं पर्यटन बोर्ड (MPTB) के बीच MoU साइन हुआ। इसके अंतर्गत प्रदेश के 61 चयनित पर्यटन ग्रामों के ग्राम होमस्टे अब डिजिटल बुकिंग प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं।

इस प्लेटफॉर्म की विशेषता है कि यह DJUBO जैसे आधुनिक प्रॉपर्टी मैनेजमेंट इंफर्मेशन सिस्टम से संचालित होता है, जो कि सेंट्रल रिजर्वेशन सिस्टम से युक्त है। इससे ग्रामीण होमस्टे अब MakeMyTrip, Yatra, EaseMyTrip जैसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों (OTA) से भी जुड़ पाएंगे।

यह पहल स्थानीय उद्यमियों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाकर वैश्विक पर्यटक बाजार से जोड़ने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।

डिजिटल प्रचार-प्रसार के लिए रणनीतिक साझेदारी कॉन्क्लेव के मंच से मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा दो प्रमुख डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों, Barcode Experiential और Qyuki Digital के साथ रणनीतिक साझेदारी हेतु एमओयू किया जाएगा। इन कंपनियों की विशेषज्ञता डिजिटल ब्रांडिंग, इन्फ्लुएंसर कैंपेन और रचनात्मक सोशल मीडिया मार्केटिंग में है।

यह सहयोग पर्यटन स्थलों की आधुनिक ब्रांडिंग को बल देगा और युवाओं के बीच मध्यप्रदेश को “अतुल्य भारत का दिल” के रूप में और मजबूती से स्थापित करेगा।

अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं

  • चित्रकूट घाट में “Spiritual Experience” परियोजना का स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत वर्चुअल शिलान्यास किया जाएगा।
  • शहडोल में फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट (FCI) का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा। ₹15.62 करोड़ की लागत से निर्मित यह संस्थान युवाओं को आतिथ्य सत्कार से जुड़ी ट्रेनिंग एवं रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम उपलब्ध कराएगा।
  • मंडला, डिंडोरी, सिंगरौली, सीधी और सिवनी जिलों में स्थानीय कला और हस्तशिल्प केंद्र स्थापित करने के लिए ग्राम सुधार समिति, एमएम फाउंडेशन और समर्थ संस्था के साथ अनुबंध किया जाएगा। यह पहल महिलाओं और कारीगरों को प्रशिक्षण, उत्पादन और विपणन से जोड़ते हुए आजीविका के अवसर उपलब्ध कराएगी।



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