बैतूल में सावन माह के दौरान शिवभक्तों की अनूठी आस्था देखने को मिली। शनिवार को 221 फीट लंबी कांवड़ को कंधे पर उठाए 40 से अधिक कांवड़िए हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयघोष के साथ नगर से होकर गुजरे।
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कांवड़ियों का यह दल खेड़ी ताप्ती से जल भरकर लगभग 40 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर भोपाली स्थित प्रसिद्ध छोटा महादेव मंदिर की ओर बढ़ा। सोमवार को वहां शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाएगा।
इस यात्रा की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि कांवड़िए अलग-अलग कावड़ नहीं बल्कि एक ही कावड़ को सामूहिक रूप से थामे थे। यह विशेष कांवड़ बांस के टुकड़ों को जोड़कर तैयार की गई है। इसकी लंबाई इस बार 221 फीट रखी गई है। यह अब तक की सबसे लंबी सामूहिक कांवड़ मानी जा रही है। यह अनूठी परंपरा पिछले 11 वर्षों से निभाई जा रही है।
कांवड़ यात्रा जब नगर के मोती वार्ड स्थित हनुमान मंदिर पहुंची, तो वहां नवयुवक कालिका उत्सव समिति और प्राचीन नागदेव मंदिर के सदस्यों सहित नगरवासियों ने उत्साह के साथ स्वागत किया। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, बाबा मकोड़े, बंडू धोटे, विजय वराठे समेत अनेक समाजसेवियों ने तिलक कर युवाओं का अभिनंदन किया। उन्होंने स्वल्पाहार व पेयजल की सेवा भी प्रदान की। यात्रा यहां लगभग आधे घंटे रुकी, फिर आगे बढ़ गई।
यात्रा में शामिल निखलेश साहू, अंकुश राठौर, सुनील पाल, महेश सहित समिति के अन्य सदस्यों ने बताया कि जलाभिषेक के पश्चात भोलेनाथ की विशेष आरती होगी। प्राचीन नागदेव मंदिर, सदर में भी विशेष अनुष्ठान किया जाएगा।